लखनऊ, उत्तर प्रदेश में अपहरण उद्योग की शुरूआत हो गई है, रोज एक न एक अपहरण और उसके बाद हत्या करने की खबरें आ रहीं हैं।
कानपुर देहात के भोगनीपुर क्षेत्र में एक युवक की अपहरण के बाद हत्या कर दी गयी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि चौरा कस्बे के निवासी बृजेश पाल का शव मंगलवार को कान्हाखेड़ा के पास एक कुयें से बरामद किया गया। अपहरण करने वाला मृतक का मित्र बताया जाता है जिसने परिजनो से 20 लाख रूपये की फिरौती मांगी और न मिलने पर उसकी हत्या कर दी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को गंभीरता से लेते हुये पुलिस की जवाबदेही तय करने और अपराधियों पर रासुका के तहत कार्रवाई करने पर विचार करने का आश्वासन दिया। उन्होने परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुये मृतक आश्रित को पांच लाख रूपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की।
सूत्रों ने बताया कि धर्मकांटे का कर्मचारी बृजेश का 15 जुलाई को अपहरण हो गया था जिसके अगले दिन परिजनो से 20 लाख रूपये की फिरौती की मांग की गयी। पुलिस ने सूचना मिलने पर जांच शुरू की लेकिन अपहृत का कोई सुराग नहीं लगा सकी। आज संदेह के आधार पर पुलिस ने अपहृत के सहकर्मी को धर दबोचा और सख्ती से पूछताछ की जिसके बाद उसने रूपयों के लालच में अपहरण और हत्या की बात का खुलासा किया।
अपहरणकर्ता की निशानदेही पर चौरा के पास कान्हाखेड़ा गांव के एक कुयें में बृजेश का शव मिला। परिजनो का आरोप है कि पुलिस को अपहरण की सूचना समय पर दी गयी थी लेकिन उसने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। घटना के 12 दिनों तक पुलिस अधिकारी पीडित परिजनो को टरकाते रहे और धर्मकांटा मालिक और सहकर्मी से पूछताछ भी नहीं की।