गोण्डा, पहाड़ो पर हो रही भारी बरसात और बैराजों से छोड़े गये लाखो क्यूसेक पानी से उत्तर प्रदेश में गोण्डा जिले की कर्नलगंज तहसील क्षेत्र में घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 108 सेंटीमीटर ऊपर हो गया है।
नदी के तेज बहाव से निचले भागों मे बसी करीब बीस गांवों की तीस हजार की आबादी बाढ़ की जद मे आने से भयभीत हैं । घाघरा पर बने ऐल्गिन चड्सड़ी तटबंध के कई छोर पर नदी के पानी की तेज ठोकरें कटान कर रही हैं जबकि निचले भागों मे बसें प्रतापपुर, घरकुईया, रेक्सडिया, काशीपुर, नकहरा, रायपुर मांझा समेत कई गांवों के खेतों मे बाढ़ का पानी घुसने के कारण मवेशियों को चारे का संकट पैदा हो गया हैं ।
ग्रामीण अंचलों के लोग पानी के बीच से गांव के बाहर जैसे तैसे आने को मजबूर हैं । इधर, घाघरा से हालांकि ऐली परसौली के पास तटबंध पर कटान शुरू हो गयी है। बाढ खण्ड के अधिकारी निरन्तर बचाव कार्य मे युद्धस्तर पर लगे है । तरबगंज तहसील क्षेत्र मे भी सरयू के जलस्तर मे उतार चढ़ाव जारी हैं ।
आपदा प्रबंधन सूत्रों के अनुसार, घाघरा व सरयू नदियों की कटान से बंधों को बचाने के लिये बोल्डर, बालू की बोरियों को डालने के साथ बरसाती गड्ढों, रिसाव व दरारों का मरम्मत कार्य जारी हैं । इसके अतिरिक्त बाढ़ की विभीषिका से बचाव के लिये सभी चौबीस बाढ़ चौकियों को सतर्क कर राहत व बचाव कर्मियों को मुस्तैद रहने को कहा गया हैं।