लखनऊ , अयोध्या में भव्य राम मंदिर के भूमि पूजन से प्रफुल्लित उत्तर प्रदेश में बुधवार को दीपोत्सव मनाया गया।
अयोध्या,चित्रकूट,वाराणसी,प्रयागराज और कानपुर समेत राज्य के अधिसंख्य इलाकों में लोग दिन में टेलीविजन स्क्रीन से चिपके रहे जहां प्रधानमंत्री ऐतिहासिक कार्यक्रम में भव्य राम मंदिर का भूमि पूजन कर रहे थे। इस दौरान सड़कों पर आमतौर पर सन्नाटा पसरा रहा और घर दफ्तर में लाेगबाग अपने ईष्टदेव के मंदिर का सपना साकार होते देख रहे थे।
इस बीच शाम को दीवाली मनाने की तैयारी भी जारी थी। सूर्यास्त होते ही मंदिरो,घर आंगन,छतों और चौराहों पर दीपों की अनुपम छटा छा गयी। दीपमाला की अनूठी कृति रामभक्तों की आस्था और भावना का इजहार कर रही थी।
बच्चों और युवाओं ने पटाखे फोडे और अनार जलाये। इस दौरान मंदिरो और घरों में सुंदरकांड का पाठ चलता रहा। कई मंदिरों में रामचरित मानस का अखंड पाठ चला जो आज मंदिर के भूमि पूजन के साथ सम्पन्न हो गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रामलला के दरबार में साष्टांग प्रणाम किया तो जोश से लबरेज युवाओं ने जय श्रीराम के जयकारे लगाये। भूमि पूजन कार्यक्रम के बाद सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री के पूजन से संबंधित तस्वीरे खूब वायरल हुयी। विशेषकर श्री मोदी के साष्टांग प्रणाम की तस्वीर को लोगों ने खूब सराहा और उनके संबोधन की तारीफ की।
राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मौजूदगी में अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ दीप प्रज्ज्वलित किये और आतिशबाजी जलायी। इस अवसर पर श्रीमती पटेल ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ फोटो भी खिंचवाई।
पौराणिक नगरी चित्रकूट के सभी मंदिरों मठों को दीपावली की तरह सजाया गया। तमाम सारे प्रतिष्ठानों घरों में घी के दिए भी जलाए गए। चित्रकूट में साधु-संतों और महंतों एवं यहां के निवासियों ने बेहद खुशी जताते हुए आज के दिन को ऐतिहासिक करार दिया है। लोगों ने कहा कि जिसका बरसों से इंतजार था आज वह समय हमारी आंखों के सामने आ गया है आज ऐसा महसूस हो रहा है कि जैसे कोई बड़ा खजाना मिल गया हो।
औरैया में घरों, मंदिरों में भजन, कीर्तन, पूजन अर्चन के साथ लोग सड़कों पर जयघोष करते हुए निकल आए। मिठाईयां बांटी और खुशी का इजहार करते हुए एक दूसरे को बधाइयां दीं। चहुंओर श्रद्धा, आस्था और भक्ति की त्रिवेणी बहती नजर आई। शहर में लोग राम पताकाएं लेकर निकल पड़े। सुभाष चौक पर जुटे हिंदूवादी संगठनों के युवाओं ने माहौल राम मय कर दिया।
शहर के संकट मोचन मंदिर, राम जानकी मंदिर, फफूंद के श्री महावीर धाम मंदिर, दिबियापुर के सीताराम मंदिर तथा सेहुद हनुमान मंदिर, अजीतमल के राम जानकी मंदिर, बिधूना के दुर्गा मंदिर व हनुमान मंदिर पर सुबह 10 बजे से ही भक्तों का जुटना शुरू हो गया था।