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उदासी यानी डिप्रेशन को भी जड़ से दूर करने में मददगार साबित होता है ये

सहारनपुर, आम धारणा है कि रोजाना सूर्य की रोशनी का स्नान यानी सन बाथ लेने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है लेकिन चिकित्सकों का मानना है कि सूर्य स्नान उदासी यानी डिप्रेशन जैसी बीमारी को भी जड़ से दूर करने में मददगार साबित हो सकता है।

चिकित्सकों के अनुसार सूर्य विटामिन डी का प्राकृतिक स्रोत है। सन बाथ लेने से शरीर में विटामिन डी की कमी के कारण हड्डियों में आयी कैल्शियम की कमी भी दूर होती है। किसी व्यक्ति को हड्डियों में दर्द है तो उसे हर रोज 15 से 20 मिनट धूप में बैठना चाहिये।

योग गुरू गुलशन कुमार ने बताया कि जो लोग अपने घरो की खिड़कियाँ बन्द रखते है, सूर्य की किरणाें को घर के अन्दर नही पहुंचने देते, ऐसे लोगों के घरों में डिप्रेशन, सांस रोग, तपेदिक,तनाव समेत अन्य बीमारियां आसानी से घर कर लेती है। सूर्य की रोशनी से वंचित लोगों के शरीर के भीतरी आर्गन ओवरी, लीवर, पैन्क्रियाज, ब्रेन, नार्मल तरीके से काम नहीं करते। महिलाओं में पोलिसिस्टिक ओविरियन डिजीज ( पीसीओडी) , हार्मोनल इम्बैलेन्स,थायराइड और हृदय के पास भारीपन महसूस होता है।

उन्होने बताया कि धूप स्नान करने से अच्छे हार्मोन बनते है। एड्रोफिन, सेरोटोनिन हार्मोन का स्राव होता है जो डिप्रेशन, साईकोलाजिकल इमोशनल डिसआर्डर मे फायदेमंद होता है। अधिकांश डिप्रेशन वाले लोग बन्द कमरों में अकेले पडे रहते है जहा सूर्य की रोशनी नही पहुँच पाती, यदि ये लोग सूर्य के प्रकाश की किरणे शरीर में दे तो डिप्रेशन से मुक्त होने में मदद मिलेगी।

महिलाओं में मासिक धर्म चक्र बन्द होने के बाद होने वाली बीमारी आर्थो ऑस्टियोपोरोसिस के कारण हड्डियों में जोडो मे दर्द रहने लगा है तो वह सभी लोग भी जिन्हे कमर में दर्द, गर्दन में दर्द, घुटनों में दर्द, डिप्रेशन, नींद न आती हो वह सभी लोग सूर्य स्नान का अभ्यास करें क्योंकि विटामिन डी के अभाव में शरीर में कैल्शियम भी हड्डियों को नही मिल पाता।