नयी दिल्ली, पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ पिछले चार महीने से चल रही तनातनी के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को देशवासियों को आश्वस्त किया कि देश की एकता, संप्रभुता और अखंडता के साथ कोई समझौता नहीं किया जायेगा तथा सेना को सीमा पर गश्त लगाने और उसकी रक्षा करने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती।
श्री सिंह ने पूर्वी लद्दाख में बने सैन्य गतिरोध की स्थिति पर आज राज्यसभा में वक्तव्य देते हुए कहा कि सेना पूरी मजबूती और दृढ़ता के साथ मातृभूमि की रक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत ने कभी भी किसी पर आक्रमण नहीं किया है और वह सभी मुद्दों का समाधान शांतिपूर्ण बातचीत से करने का पक्षधर रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस रुख को भारत की कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए क्योंकि वह अपनी मातृभूमि की रक्षा करने में पूरी तरह समर्थ और सक्षम है।
सदस्यों की ओर से मांगे गये स्पष्टीकरण का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिक परंपरागत रूप से वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास जहां भी गश्त करते रहे हैं, वहां उन्हें गश्त लगाने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती। उन्होंने कहा कि वह सदस्यों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि सेना के गश्त के पैटर्न में किसी तरह का बदलाव नहीं होगा। रक्षा मंत्री ने चीन के साथ गतिरोध से उत्पन्न स्थिति पर सदस्यों द्वारा एकजुटता जताये जाने पर उनका आभार व्यक्त किया और कहा कि सरकार सैनिकों की सभी जरूरतों का ध्यान रख रही है और इससे सेना को यह संदेश मिलेगा कि देश और संसद उसके साथ खड़ी है।