नयी दिल्ली , राज्यसभा में आज विपक्षी सदस्यों ने आरोप लगाया कि सरकार स्वायत्तशासी संस्थानों के अधिकारों को कमजोर कर रही है।
सदन में होम्योपैथी केन्द्रीय परिषद (संशोधन ) विधेयक 2020 और इसके विरोध में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के इलामारम करीम एवं दो अन्य सदस्यों के प्रस्ताव पर संयुक्त चर्चा के दौरान माकपा के के के रागेश ने कहा कि अध्यादेशों के माध्यम से शासन नहीं चलाया जाना चाहिये । उन्होंने कहा कि कोराना संक्रमण के दौरान सरकार 13 अध्यादेश लेकर आयी जो उचित नहीं है ।
कांग्रेस के रिपुण बोरा ने विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि स्वायत्तशासी संस्थाओं के अधिकारों को समाप्त किया जा रहा है । संस्थाओं की स्वायत्ता का सम्मान किया जाना चाहिये लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है । बीजू जनता दल दल के प्रसन्न आचार्या ने विधेयक का समर्थन किया लेकिन अध्यादेशों के लाये जाने का विरोध किया । उन्होंने कहा कि अध्यादेशों के माध्यम से देश नहीं चलाया जाना चाहिये । असाधारण परिस्थिति में ही अध्यादेश लाया जाना चाहिये । उन्होंने कहा कि होम्योपैथी सस्ती चिकित्सा पद्धति है जिसका लाभ गरीबों को मिलता है ।
तृणमूल कांग्रेस के शांतनु सेन ने होम्योपैथी चिकित्सा से जुड़े संस्थानों की बदहाली की चर्चा करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में होम्योपैथी का एक राष्ट्रीय संस्थान है लेकिन वहां शिक्षक और चिकित्सकों की भारी कमी है । विभिन्न विभागों में विशेषज्ञ नहीं हैं । इस प्रकार की अव्यवस्था से निजी क्षेत्र को बढावा मिलेगा ।
समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव ने विधेयक का समर्थन करते हुए कहा कि कुछ बीमारियों का इलाज केवल होम्योपैथ में है जबकि आयुर्वेद में कुछ बीमारियों को जड़ से समाप्त करने की क्षमता है । उन्होंने कहा कि होम्योपैथी केन्द्रीय परिषद का गठन निर्धारित समय सीमा में ही कर लिया जाना चाहिये नहीं तो सरकार को फिर अध्यादेश लाना पड़ेगा ।
भारतीय जनता पार्टी के सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि होम्योपैथी ऐसी चिकित्सा पद्धति है जो केवल रोग का ही निदान नहीं करती बल्कि रोग ग्रसित व्यक्ति का निदान करती है । उन्होंने कहा कि सभी के लिए स्वास्थ्य का सपना अलग अलग चिकित्सा पद्धतियों के माध्यम से ही पूरा किया जा सकता है । उन्होंने कहा कि करोना संक्रमण के दौरान सरकार ने लोगों को होम्योपैथी और आयुर्वेदिक दवाओं का प्रयोग करने की सलाह दी । कोरोना संक्रमण की रोकथाम टीका या फिर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाकर ही की जा सकती है ।