नयी दिल्ली, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथनी एवं करनी में फर्क होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके नेतृत्व वाली सरकार किसान विरोधी है और देश के किसानों का उससे विश्वास उठ चुका है।
श्री गांधी ने शुक्रवार को कहा “किसान का मोदी सरकार से विश्वास उठ चुका है क्योंकि शुरू से मोदी जी की कथनी और करनी में फ़र्क़ रहा है- नोटबंदी, ग़लत जीएसटी और डीज़ल पर भारी टैक्स। जागृत किसान जानता है-कृषि विधेयक से मोदी सरकार बढ़ाएगी अपने ‘मित्रों’ का व्यापार और करेगी किसान की रोज़ी-रोटी पर वार।”
बाद में लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई, कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला तथा राजीव सातव ने यहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश का 60 फीसदी किसान दो एकड़ से कम भूमि का मालिक है और 86 फीसदी किसान पांच एकड़ से कम जमीन है। उन्होंने कहा कि जिन किसानों की आजादी की बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करते है वह यह भी बताए कि दो एकड़ जमीन वाला किसान अपने गांव से बाहर जाकर कैसे अपनी फसल बेच सकता है।
उन्होंने कहा कि देश के किसानों को नुकसान पहुंचाने के लिए सरकार ने मंडी व्यवस्था को खत्म कर दिया है। मंडियों में काम करने वाले मजदूरों की नौकरियों पर संकट आ जाएगा। किसान को उसकी फसल पर उसकी मेहनत का फल मिले इसके लिए उसे न्यूनतम समर्थन मूल्य-एमएसपी देने की व्यवस्था की गयी थी लेकिन मोदी सरकार ने इस व्यवस्था को ही समाप्त कर दिया है।