नयी दिल्ली, वैश्विक निवेश फर्म जनरल अटलांटिक 0.84 प्रतिशत इक्विटी के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) में 3,675 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
सिल्वर लेक और केकेआर के बाद यह रिलायंस रिटेल में तीसरा बड़ा निवेश है।
बुधवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड( आरआईएल) और रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) ने इस निवेश की घोषणा की। सौदे में रिलायंस रिटेल की प्री-मनी इक्विटी को 4.285 लाख करोड़ रुपये आंका गया।
इस वर्ष की शुरुआत में जनरल अटलांटिक ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 6,598.38 करोड़ का निवेश किया था। यह जनरल अटलांटिक का रिलायंस इंडस्ट्रीज की एक सहायक कंपनी में दूसरा निवेश है।
रिलायंस रिटेल लिमिटेड के देश भर में फैले 12 हजार से ज्यादा स्टोर्स में सालाना करीब 64 करोड़ खरीददार आते हैं। यह भारत का सबसे बड़ा और सबसे तेजी से विकसित होने वाला खुदरा कारोबार है। रिलायंस रिटेल के पास देश के सबसे लाभदायक रिटेल बिजनेस तमगा भी है। कंपनी खुदरा वैश्विक और घरेलू कंपनियों, छोटे उद्योगों, खुदरा व्यापारियों और किसानों का एक ऐसा तंत्र विकसित करना चाहती है, जिससे उपभोक्ताओं को किफायती मूल्य पर सेवा प्रदान की जा सके और लाखों रोजगार पैदा किए जा सकें।
रिलायंस रिटेल ने अपनी नई वाणिज्य रणनीति के तहत छोटे और असंगठित व्यापारियों का डिजिटलीकरण शुरू किया है। कंपनी का लक्ष्य दो करोड़ व्यापारियों को इस नेटवर्क से जोड़ना है। यह नेटवर्क व्यापारियों को बेहतर टेक्नॉलोजी के साथ ग्राहकों को बेहतर मूल्य पर सेवाएं देने में सक्षम बनाएगा।
आरआईएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, “मैं प्रसन्न हूं कि जनरल अटलांटिक के साथ हमारे संबंध और मजबूत हुए हैं। हम व्यापारियों और उपभोक्ताओं को सशक्त बनाने और अंततः भारतीय रिटेल की तस्वीर बदलने के लिए काम कर रहे हैं। रिलायंस रिटेल की तरह, जनरल अटलांटिक भी प्रगति और विकास के लिए डिजिटल क्षमता में विश्वास करती है। जनरल अटलांटिक की विशेषज्ञता और भारत में निवेश के दो दशकों के उसके अनुभव का लाभ उठाने के लिए हम तत्पर हैं। क्योंकि हम देश में रिटेल की सूरत बदलने के लिए नया कॉमर्स प्लेटफार्म विकसित कर रहे हैं।“
रिलायंस रिटेल की निदेशक ईशा अंबानी ने कहा, “एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में जनरल अटलांटिक का स्वागत करते हुए हमें बेहद खुशी हो रही है। सभी भारतीय उपभोक्ताओं और व्यापारियों के हित में हम भारतीय रिटेल ईको-सिस्टम का विकास जारी रखेंगे। रिटेल स्पेस में जनरल अटलांटिक के पास जबरदस्त विशेषज्ञता है और इससे हमें लाभ की उम्मीद है।”
जनरल अटलांटिक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बिल फोर्ड ने कहा, “जनरल अटलांटिक देश के रिटेल क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की मुकेश अंबानी के मिशन का समर्थन करती है। जनरल अटलांटिक टेक्नॉलोजी की ताकत में रिलायंस इंडस्ट्रीज की धारणा में भी गहरा विश्वास रखती है। हमें वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था में भारत की स्थिति को मजबूत करने के लिए एक बार फिर से रिलायंस टीम के साथ भागीदारी करने पर सम्मानित महसूस कर रहे है।”
मुकेश अंबानी की आरआरवीएल ने हाल ही में देश के खुदरा कारोबार में तीन दशक से अधिक समय तक जमीं फ्यूचर समूह का 24713 करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया था।
वैश्विक निवेश फर्म केकेआर ने 23 सितंबर को 1.28 प्रतिशत इक्विटी के लिये 5,550 करोड़ रूपये निवेश करने का ऐलान किया है । इससे पहले नौ सितंबर को सिल्वर लेक ने आरआरवीएल में 1.75 प्रतिशत इक्विटी के लिये साढ़े सात हजार करोड़ रुपये का निवेश किया है। तीनों निवेशकों से रिलायंस रिटेल में 3.87 प्रतिशत इक्विटी के लिये 16 हजार 725 करोड़ रुपये का निवेश आ चुका है।