नयी दिल्ली, कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाथरस की घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा मांगते हुए उन पर सवालों की बौछार की और पूछा कि 14 दिन तक सोते रहने के बाद अचानक इस मामले में वह कैसे हरकत में आ गये।
श्रीमती वाड्रा ने बुधवार सुबह पहले इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा देने की मांग की और कहा कि रात को ढाई बजे परिजन गिड़गिड़ाते रहे लेकिन हाथरस की पीड़िता के शव को आपके प्रशासन के लोगों ने जबरन जला दिया। वह जीवित थी तब सरकार ने उसे सुरक्षा नहीं दी। जब उस पर हमला हुआ तब सरकार ने समय पर इलाज नहीं दिया। पीड़िता की मृत्यु के बाद सरकार ने परिजनों से बेटी के अंतिम संस्कार का अधिकार छीना और मृतका को सम्मान तक नहीं दिया।
उन्होंने योगी आदित्यनाथ पर सवालों की बौछार करते हुए कहा, “मैं उ प्र के मुख्यमंत्री जी से कुछ सवाल पूछना चाहती हूँ। परिजनों से जबरदस्ती छीन कर पीड़िता के शव को जलवा देने का आदेश किसने दिया। पिछले 14 दिन से कहां सोए हुए थे आप। क्यों हरकत में नहीं आए और कब तक चलेगा ये सब। कैसे मुख्यमंत्री हैं, आप।”
उन्होंने कहा, “देखिए, ये हादसा 14 तारीख को हुआ और आज 30 तारीख है। पहली बार मुख्यमंत्री जी ने आज इस हादसे पर बयान दिया है। इतनी हैवानियत हुई, इस लड़की के साथ, इतना बड़ा हादसा हुआ और 15 दिन बाद इनका बयान आया है और बयान में क्या कहते हैं कि प्रधानमंत्री जी का फोन आया और मैंने एसआईटी गठित की है। क्या आपको प्रधानमंत्री जी के फोन का इंतजार था। क्या 15 दिनों तक आप कुछ नहीं कर पाए। इस लड़की का इलाज नहीं किया आपने, पीड़िता को किसी अच्छे अस्पताल में नहीं ले गए आप, परसों रात को उसे दिल्ली लाया गया। उसके परिवार के साथ कैसा व्यवहार किया कि अपनी बेटी की लाश आखिरी बार अपने घर नहीं ले जा पाए, उसकी चिता उनके पिता जला नहीं पाए, उनको एक कमरे में बंद किया। इस तरह का व्यवहार अमानवीयता का सबसे बड़ा उदाहरण है।”
श्रीमती वाड्रा ने कहा, “आपकी सरकार कितनी अमानवीय है। क्या-क्या हो रहा है, उत्तर प्रदेश में और आप जिम्मेदारी नहीं ले रहे हैं। आप आज भी ये बयान दे रहे हैं कि प्रधानमंत्री जी के फोन करने के बाद आपने एसआईटी गठित की है। ये पहले क्यों नहीं किया गया। यह 14 तारीख को क्यों नहीं किया गया। क्या आपके प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है। आप जिम्मेदारी नहीं लेंगे, किस तरह के मुख्यमंत्री हैं। मैं आपसे पूछना चाहती हूँ- किस तरह के मुख्यमंत्री हैं आप।”