नयी दिल्ली, विमान सेवा कंपनियों को कोविड-19 महामारी के कारण हर मिनट तकरीबन सवा दो करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।
अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आयटा) की जारी रिपोर्ट में बताया गया कि वर्ष 2020 की जुलाई में शुरू हुई दूसरी छमाही में विमान सेवा कंपनियों को करीब 77 अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस प्रकार उन्हें हर महीने 13 अरब डालर या हर मिनट तीन लाख डॉलर का नुकसान होगा जो तकरीबन सवा दो करोड़ रुपए प्रति मिनट है।
आयटा ने बताया कि विमानन क्षेत्र में सुधार की धीमी गति के मद्देनजर वर्ष 2021 में भी एयरलाइंस को हर महीने पांच से छह अरब डालर का नुकसान हो सकता है।
उसने सभी देशों की सरकारों से विमान सेवा कंपनियों को मदद देने का अनुरोध किया है। उसने कहा है कि हालांकि इस साल अब तक सरकारों ने एयरलाइंस को 160 अरब डॉलर की कुल मदद की है इसके बावजूद और मदद की जरूरत है। विमान सेवा कंपनियों को सीधी वित्तीय मदद के अलावा करों में छूट भी दी जानी चाहिए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 30 जून को समाप्त इस साल की दूसरी तिमाही में एयरलाइंस ने अपनी लागत आधे से भी कम कर ली है, इसके बावजूद उन्हें 51 अरब डालर का नुकसान उठाना पड़ा है। राजस्व में तिमाही के दौरान 80% की कमी की वजह से उन्हें यह नुकसान हुआ है। आयटा का अनुमान है कि वर्ष 2022 तक विमानन उद्योग मुनाफे में नहीं लौटेगा।