नई दिल्ली, एमबीबीएस और बीडीएस के बाद अब डॉक्टरी के स्नातकोत्तर (पीजी) कोर्स में भी दाखिले की प्रक्रिया आसान हो सकेगी। तीन संस्थानों को छोड़ कर देश भर के सभी मेडिकल और डेंटल कालेजों में अगले सत्र के लिए दाखिले एक ही परीक्षा से होंगे। एमडी, एमएस और सभी पीजी डिप्लोमा के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा, स्नातकोत्तर (नीट-पीजी) आयोजित की जाएगी। इसी तरह डेंटल के स्नातकोत्तर कोर्स की सीटों पर दाखिले के लिए नीट-एमडीएस आयोजित होगी। नीट-पीजी 5 से 13 दिसंबर तक होगी। जबकि नीट-एमडीएस की परीक्षा 30 नवंबर से 3 दिसंबर तक होगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को स्पष्ट कर दिया कि 2017-18 के सत्र के लिए सभी दाखिले इन्हीं दोनों परीक्षा से होंगे। इसमें मेडिकल की ऑल इंडिया कोटा की 50 फीसद सीटें तो आएंगी ही, सभी राज्यों की राज्य कोटा की सीटें भी इसी के जरिए भरी जाएंगी। इस नियम से सिर्फ अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), पीजीआइ चंडीगढ़ और जिपमेर पांडिचेरी को छूट होगी, जिन्हें संसद में अलग कानून बना कर स्थापित किया गया है। नीट-पीजी के आधार पर ही डीएनबी बोर्ड की स्पेशलिटी कोर्स वाली सीटों पर भी दाखिला होगा। आम्र्ड फोर्स मेडिकल सर्विसेस के तहत संचालित होने वाले संस्थान, सभी प्राइवेट मेडिकल कालेज, विश्वविद्यालय और डीम्ड विश्वविद्यालय भी इसके तहत ही आएंगे। दोनों ही परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीई) 41 शहरों के 86 केंद्रों पर आयोजित करेगा। नीट-पीजी की परीक्षा पांच से 13 दिसंबर तक आयोजित होगी। जबकि नीट-एमडीएस की परीक्षा 30 नवंबर से तीन दिसंबर के बीच होगी। नीट-पीजी परीक्षा में एमबीबीएस पाठ्यक्रम पर आधारित 300 प्रश्न होंगे, जबकि नीट-एमडीएस में बीडीएस पाठ्यक्रम पर आधारित 240 प्रश्न होंगे।