लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार ने काेरोना वायरस के संक्रमण में निरन्तर कमी आने का दावा करते हुए कहा कि राज्य में अब तक चार लाख 51 हजार 70 मरीज उपचारित होकर डिस्चार्ज किये गये है।
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमण दर में लगातार गिरावट आ रही है, लेकिन यह समय और अधिक सावधानी बरतने का है। सभी के लिए आवश्यक है कि कोविड-19 संक्रमण के बचाव के सभी उपायों को अपनाते हुए सावधानी बरतें, जिससे कोरोना संक्रमण की गिरती दर पुनः न बढ़े। उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक 4,51,070 मरीज उपचारित होकर डिस्चार्ज किये गये है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री ने आह्वान किया है कि जब तक कोरोना की दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं। उन्होंने कहा है कि सावधानी रखकर निश्चित रूप से कोरोना संक्रमण पर पूर्ण नियंत्रण किया जा सके। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में कोविड-19 के सम्बंध में समुचित व्यवस्था उपलब्ध है, किसी प्रकार की कोई भी असुविधा नहीं है।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,45,921 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 1,48,63,388 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित केवल 1822 नये मामले आये जबकि 2426 मरीज उपचारित होकर डिस्चार्ज हुए हैं। प्रदेश में 23,678 कोरोना के एक्टिव मामले हैं। एक्टिव मामलो में निरन्तर गिरावट हो रही है। उन्हाेंने कहा कि आस-पास के राज्यों में दोबारा बढ रहे कोरोना संक्रमण एवं बदलते मौसम को ध्यान में रखते हुए विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर सर्विलांस का कार्य तेजी से किया जा रहा है। अब तक प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,50,388 क्षेत्रों में 4,39,850 टीम दिवस के माध्यम से 2,81,06,473 घरों के 13,81,00,000 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। चिकित्सकीय उपचार के लिए ई-संजीवनी पोर्टल शुरू किया गया है। जिसके के माध्यम से कल 2167 लोगों ने चिकित्सकीय परामर्श लिया। अब तक कुल 1,76,000 लोगों ने ई-संजीवनी पोर्टल पर चिकित्सकीय परामर्श लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर में कमी आने से हाॅट स्पाट क्षेत्रों तथा कन्टेनमेंट जोन में कमी आई है। वर्तमान में प्रदेश में 9,376 हाॅट स्पाट क्षेत्र हैं जो कल के हाॅट स्पाट क्षेत्र से 132 कम हैं।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां तेजी से चले इसके लिए प्रदेश सरकार प्रयास कर रही है। अधिक रोजगार सृजन के लिए भी कदम उठाये जा रहे हैं। प्रदेश में 4.35 लाख इकाईयों को आत्मनिर्भर पैकेज के तहत 10,753 करोड रूपये के ऋण स्वीेकृत कर वितरित किये जा रहे हैं। आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार/स्वरोजगार सृजन अभियान में इस वित्तीय वर्ष में 14 मई से आज तक लगभग 5.82 लाख नई डैडम् इकाईयों को 15,541 करोड रूपये के ऋण वितरण किया गया है।
उन्होंने बताया कि इन इकाईयों के माध्यम से 25 लाख रोजगार सृजन हुआ है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा निरन्तर धान खरीद की समीक्षा की जा रही है। इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि किसानों के धान की खरीद समय से हो तथा उन्हें धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य अवश्य मिले। धान खरीद का भुगतान 72 घंटे के अन्दर सुनिश्चित किया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जिलाधिकारी की यह जिम्मेदारी है कि किसानों को किसी प्रकार की समस्या न होे तथा क्रय केन्द्र सुचारू रूप से कार्य करे। श्री सहगल ने बताया कि किसी भी प्रकार की अधिकारियो/कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो उनके विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी। इसी प्रकार कई वरिष्ठ अधिकारियों को लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की गयी है। धान क्रय केन्द्र पर शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी की जिम्मेदारी होगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में 4000 धान क्रय केन्द्र स्थापित हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 45.75 लाख कुंतल धान की खरीद की जा चुकी है। जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग चार गुना अधिक है। उन्होंने बताया कि मक्का क्रय केन्द्र स्थापित किये गये हैं। अब तक इन क्रय केन्द्रों पर 500 मीट्रिक टन मक्का की खरीद की जा चुकी है जबकि कल एक दिन में लगभग 172 मीट्रिक टन मक्का की खरीद की गयी है। प्रदेश में बुन्देलखण्ड क्षेत्र में 24 दाल क्रय केन्द्र भी स्थापित किये गये हैं।