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यूपी में युवक की हत्या के आरोप में दारोगा गिरफ्तार, सिपाही लाइन हाजिर

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लखनऊ, उत्तर प्रदेश में कानपुर के घाटमपुर क्षेत्र में जुआं खेलने गये युवक की हत्या के आरोप में एक पुलिस उपनिरीक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया।
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने शनिवार शाम बताया कि भदरस गांव निवासी पप्पू बाजपेई अपने कुछ साथियों के साथ गांव के जंगल में जुआ खेलने के लिए गए था। देर रात तक घर नहीं लौटने पर परिजनो ने उसकी तलाश शुरू की। आज तड़के शौच के लिए जा रहे ग्रामीणों की नजर जंगल केेेे पास बनी पुलिया पर पड़ी जहां पप्पू का शव खून से लथपथ जमीन पर पड़ा हुआ था।
उन्होने कहा कि परिजनो ने इस सिलसिले मे चार लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी। पुलिस की जांच में पता चला कि घटना के समय पुलिस उपनिरीक्षक प्रेमवीर सिंह और सिपाही दीपांशु जंगल की तरफ गये थे और प्रेमवीर की सर्विस रिवाल्वर से एक फायर हुआ है। गिरफ्तार दरोगा की सर्विस रिवाल्वर को फोरेंसिक जांच के लिये भेजा गया है वहीं घटना की जानकारी छिपाने के लिये दीपांशु को लाइन हाजिर कर उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिये गये हैं।
उन्होने बताया कि नामजद अन्य दो अभियुक्तों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
घटना की जानकारी होते ही कई ग्रामीणों के साथ राजनीतिक दल के लोग इकट्ठा हो गए और पप्पू बाजपेई की हत्या का आरोप पुलिस पर लगाते हुए हंगामा किया।
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक मुनींद्र शुक्ला के साथ घाटमपुर में हो रहे उपचुनाव के प्रभारी मैनपुरी के विधायक मौके पर पहुंचे। उन्होने आरोप लगाया कि ब्राम्हणों की जान की दुश्मन योगी सरकार के इशारे पर पुलिस ने घटना को अंजाम दिया है। युवक की मौत पुलिस की बुलेट से ही हुई है। उन्होने मांग की कि युवक का पोस्टमार्टम तीन डाक्टरों के पैनल की निगरानी में कराया जाए, जो भी दोषी हो उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।
कुछ स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि युवक की हत्या पुलिस ने की है। पुलिस जुआरियों को पकड़ने नहीं बल्कि जुआ लूटने गई थी जिसके चलते पुलिस ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया है।