टोक्यो, आठवीं वरीयता प्राप्त किदाम्बी श्रीकांत को पुरूष एकल क्वार्टरफाइनल में जर्मनी के मार्क ज्वेबलर के हाथों कड़े संघर्ष के बाद हार झेलनी पड़ी जिसके साथ ही जापान ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गयी। पुरूष एकल क्वार्टरफाइनल मुकाबले में गैर वरीय जर्मन खिलाड़ी के सामने आठवीं सीड श्रीकांत ने 58 मिनट तक कड़ा संघर्ष किया लेकिन पहला गेम जीतने के बाद वह बाकी दोनों गेम हार गये और 21-18 14-21 19-21 से मैच गंवा बैठे। श्रीकांत की हार के साथ टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गयी। इससे पहले प्री क्वार्टरफाइनल में श्रीकांत ने हमवतन अजय जयराम के रिटायर्ड होने के बाद अंतिम आठ में जगह बनाई थी। श्रीकांत का जर्मन प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 2-1 का करियर रिकार्ड रहा था जो अब 2-2 से बराबरी पर पहुंच गया है। विश्व के 14वें नंबर के खिलाड़ी ने 15वीं रैंकिग के ज्वेबलर के खिलाफ अच्छी शुरूआत करते हुये पहला गेम 21-18 से अपने नाम किया। जर्मन खिलाड़ी ने इस गेम की शुरूआत में लगातार सात अंक लेकर 11-4 की एकतरफा बढ़त बनाई थी। लेकिन फिर श्रीकांत ने आखिरी समय में कमाल का खेल दिखाते हुये लगातार आठ अंक लेकर मैच को रोमांचक बनाया और तीन अंक के अंतर से गेम जीता। लेकिन दूसरे और तीसरे गेम में श्रीकांत की लय बिगड़ गयी और गैर वरीय ज्वेबलर ने कुल तीन गेम प्वांइट जीते और सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया जहां उनके सामने शीर्ष वरीय मलेशिया के ली चोंग वेई की चुनौती होगी।