नयी दिल्ली , देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) के 23,986 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 95 लाख के करीब 94,87,240 पहुंच गयी जबकि राहत की बात यह है कि इस दौरान संक्रमण से निजात पाने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामलों में एक बार फिर से कमी हुई है।
विभिन्न राज्यों से मंगलवार देर रात तक प्राप्त रिपोर्टाें के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों के दौरान सक्रिय मामलों में 6,004 की कमी दर्ज की गयी जिससे यह संख्या घट कर 4,29,599 रह गयी है।
पिछले 24 घंटों के दौरान 28,860 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिसे मिलाकर कोरोना को मात देने वालों की तादाद बढ़ कर 89,17,455 हो गयी है। इसी अवधि में 298 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,37,957 हो गया है।
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राहत की बात यह है कि नये मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या में वृद्धि होने से रिकवरी दर में आंशिक वृद्धि दर्ज की गयी और अब यह करीब 94 फीसदी पर आ गयी है। देश में सक्रिय मामलों की दर 4.52 प्रतिशत जबकि मृत्यु दर भी महज 1.45 फीसदी पर बनी हुई है।
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामलों के साथ-साथ सक्रिय मामलों में भी फिर से गिरावट दर्ज की गयी और इनकी संख्या सोमवार को करीब 90,500 दर्ज की गई। राहत की बात यह है कि राज्य में सक्रिय मामलों में 420 की और कमी दर्ज की गयी और अब सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 90,557 तक पहुंच गयी है। राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 3,837 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 18,23,896 पहुंच गयी।
इसी अवधि में 4,196 और मरीजों के स्वस्थ होने से इस वायरस से निजात पाने वालों की संख्या 16,85,122 हो गयी है तथा 80 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 47,151 हो गया है। राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर आंशिक कमी के साथ 92.39 फीसदी रह गयी जबकि मृत्यु दर महज 2.58 प्रतिशत है।
कोरोना संक्रमण के मामले में भारत दुनियाभर में अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है। अमेरिका में संक्रमितों की कुल संख्या करीब एक करोड़ से अधिक 13,554,038 पहुंच गयी है। भारत हालांकि अमेरिका से अभी भी 40.66 लाख से अधिक मामले पीछे है। देश में नये मामलों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है, जबकि अमेरिका में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है जिसके कारण दोनों देशों के बीच अंतर भी बढ़ता ही जा रहा है।