लखनऊ, नये कृषि कानून के विरोध में पिछले 12 दिनो से आंदोलनरत किसानो के मंगलवार को प्रस्तावित ‘भारत बंद’ का समर्थन विपक्ष ने एक सुर में किया है वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर राजनीति करने और किसानो को भ्रमित करने का आरोप लगाते हुये प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को शांति व्यवस्था के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करने के निर्देश दिये हैं।
किसानो के प्रति सहानुभूति जताने की होड़ में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ,कांग्रेस,बहुजन समाज पार्टी , राष्ट्रीय लोकदल, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी , राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और लोकदल समेत सभी दलाें भारत बंद को सफल बनाने का आवाहन किया है।
वहीं सरकार ने विपक्ष की मंशा को भांपते हुये सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किये है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भोलेभाले किसानो को विपक्ष भ्रमित करने का प्रयास कर रहा है। विपक्षी दल अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिये किसानो के कंधों पर बंदूक रखकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिये कि बंद का असर आमजन पर नहीं पड़ना चाहिये। प्रदेश में शान्ति व्यवस्था बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कल के प्रस्तावित भारत बन्द से किसान दिग्भ्रमित न हों।
उधर सपा ने सोमवार को सड़क पर उतर कर जोरदार उपस्थिति दर्ज करायी। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किसानो की मांग के समर्थन में आज से राज्य व्यापी किसान मार्च का आवाहन किया था वहीं सरकार ने कोरोना का हवाला देते हुये मार्च को मंजूरी नहीं दी। लिहाजा सपा अध्यक्ष समेत समूचे राज्य में पार्टी के कद्दावर नेताओं को उनके घरों से बाहर नहीं निकलने दिया गया। दिन भर सड़कों पर सपा कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन करते रहे। श्री यादव भी घर से बाहर आकर बंदरियाबाग चौराहे पर धरने पर बैठ गये जिसके बाद उन्हे हिरासत में ले लिया गया जबकि शाम को उनके खिलाफ महामारी एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया।
कानपुर,बस्ती,झांसी,जालौन,प्रयागराज,वाराणसी,सहारनपुर,आगरा और मेरठ समेत समूचे राज्य में सपा कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन कर श्री अखिलेश यादव को हिरासत में लिये जाने का विरोध जताया और किसानो का साथ देने का संकल्प लिया।
रालोद के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ मसूद अहमद ने कहा कि उनकी पार्टी देश के किसान संगठनों द्वारा मंगलवार को भारत बंद के आवाह्न का भरपूर समर्थन करती है और बंद को सफल बनाने की तन मन धन से पुरजोर कोशिश की जायेगी।
केन्द्र सरकार ने किसान विरोधी कानूनों को पारित करके देश के अन्नदाताओं के साथ धोखा किया है। किसान मसीहा चौ चरण सिंह ने जिन किसानों को किसान बही देकर खेत का मालिक बनाया था उन्हीं किसानों को भाजपा सरकार पूंजीपतियों के दबाव में गुलाम बनाने की साजिश रच रही है। रालोद इसी साजिश का पर्दाफ़ाश करेगा।