गोरखपुर , दो दिवसीय गोरखपुर महोत्सव के सफल आयोजन पर बधाई देते हुए, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई सौगातें दीं।
मुख्यमंत्री ने महोत्सव के सफल आयोजन पर बधाई देते हुए कहा कि 16 जनवरी को प्रदेश एवं देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में कोरोना के खिलाफ लड़ाई का अंतिम प्रहार कोरोना वैक्सीन के साथ ही प्रारम्भ हो रहा है इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष का लगभग 80 प्रतिशत भाग हमने कोरोना से लड़ते, जूझते, बचते हुए व्यतीत किया है लेकिन वर्ष 2021 हमारे लिए शुभ समाचार लेकर आया है कि हम कोरोना के खिलाफ यह लड़ाई मार्च 2020 से आरम्भ हुई और सफलता पूर्वक कोरोना प्रबंधन के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाते हुए एक-एक नागरिक के जीवन को बचाते हुए और उनकी जीविका को भी बचाने और नये अवसरों को प्रदान करने का कार्य किया गया है।
उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ कोरोना आने वाले समय में फिर से एक महामारी का रूप न लेने पाये इसको ब्रेक करने के लिए वैक्सीनेशन का कार्यक्रम प्रारम्भ हो रहा है, इस वैक्सीनेशन के कार्यक्रम का समाचार हर एक नागरिक के लिए प्रसन्नता प्रदान करने वाला क्षण है और मकर संक्रान्ति के तत्काल बाद यह कार्यक्रम प्रारम्भ होगा। उन्होंने कहा कि गोरखपुर विकास की ऊंचाई छू रहा है और प्रधानमंत्री की प्रेरणा से देश/प्रदेश तरक्की की ओर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने वर्ष 2016 में बीमारियों से निजात दिलाने के लिए गोरखपुर को एम्स दिया। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में बन्द पिपराइच चीनी मिल प्रारम्भ हुई है, सड़कों का चौड़ीकरण कार्य तेजी से हो रहा है, चौड़ी सड़कों से जहां आवागमन सस्ता, सहज होता है वही विकास को आगे गति मिलती है। सकरी सड़कों के कारण जाम की स्थिति बनी रहती थी और समय, ईधन आदि की बरबादी होती थी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नेआज यहां चम्पा देवी पार्क में आयोजित दो दिवसीय गोरखपुर महोत्सव के समापन के अवसर पर ये बात कही।
उन्होंने कहा कि कुशीनगर में इंटरनेशनल हवाई अड्डा बन रहा है, गोरखपुर में रामगढ़ताल स्थित है शीघ्र सी-प्लेन उतारा जायेगा यह एक आधुनिक सुविधा है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति का प्रयास सकारात्मक होना चाहिए, सकारात्मक प्रयास ही निरन्तर नई प्रेरणा प्रदान करता है। विकास में व्यक्ति को बाधक नही बल्कि सहभागी बनना चाहिए। सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने से सफलता मिलती है।
मुख्यमंत्री आगे कहा कि विकास आज की आवश्यकता है,जीवन में यह परिवर्तन लाता है, सकारात्मक सोच ही जीवन में आगे बढ़ने के लिए सहयोगी होता है। प्रदेश देश के अन्दर कुछ नया करने को दिखाई देता है, यह श्री मोदी की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन का परिणाम है।
उन्होंने बताया कि चौरी-चौरा काण्ड चार फरवरी 1922 को हुआ था, चौरी- चौरा सहित पूरे प्रदेश में हर शहीद स्मारक पर कुछ न कुछ कार्यक्रम शताब्दी वर्ष के अवसर पर मनाये जाने के लिए व्यापक कार्य योजना तैयार की जा रही है, आजादी की लड़ाई में आने वाले महापुरूषों को स्कूल कालेज के पाठ्यक्रम का हिस्सा भी बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि गोरखपुर के गौरव एवं लोक कल्याण के क्षेत्र में कार्य करने वाले महान विभूतियों की सूची तैयार की जाये ताकि उन्हें सम्मानित किया जाये इससे नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि गोरखपुर जू शीघ्र प्रारम्भ होगा यह प्रदेश का सबसे खूबसूरत ज़ू होगा। उन्होंने बताया कि 24 फरवरी को उत्तर प्रदेश दिवस का कार्यक्रम आयोजित होगा, यह कार्यक्रम वर्ष 2018 से प्रारम्भ हुआ है, एक जनपद एक उत्पाद योजना संचालित की गयी है और यह योजना आत्मनिर्भर भारत का आधार बन रहा है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर गोरखपुर महोत्सव स्मारिका ’अभ्युदय‘ 2021 का विमोचन किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने महोत्सव/मेला परिसर में लगे स्टाल एवं प्रदर्शनी आदि का अवलोकन भी किया तथा कृषि विभाग द्वारा आयोजित प्रदर्शनी में फार्म मशीनरी बैंक परियोजना के तहत विकास खण्ड भटहट के प्रकाश उत्पादक कृषि समिति भिसवा के अभय प्रताप सिंह तथा गंगा आजीविका स्वंय सहायता समूह की श्रीमती संगीता सिंह को ट्रैक्टर की चाभी प्रदान की।
इसके अतिरिक्त उन्होंने 100 दिव्यांगों को मोटराइज्ड साइकिल प्रदान किया तथा हरी झण्डी दिखाकर उन्हें रवाना किया। मुख्यमंत्री ने देश एवं दुनिया में गोरखपुर को गौरव दिलाने वाले 10 महानुभावों को ‘‘गोरखपुर रत्न सम्मान‘‘ से सम्मानित किया। इसके पश्चात उन्होंने रामगढ़ताल के निकट 75 मीटर (246 फीट) ऊंचाई का राष्ट्रीय ध्वज और पैडलेगंज से सर्किट हाउस रोड पर बनाये गये गौतम बुद्ध द्वार का वर्चुअल लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मकर संक्रान्ति पर्व के अवसर पर एक 10 रूपये का डाक टिकट जारी होगा जो गोरखपुर की पहचान होगा तथा उत्तर प्रदेश सरकार की डिजिटल डायरी का लोकार्पण भी होगा।
श्री योगी ने कहा कि पिछले 10 महीनों के दौरान हम लोगों ने जो मर्यादा, संयम और अनुशासन का पालन किया यही कोरोना पर हमारी विजय का राज है और जब कोई खशखबरी आती है तो महोत्सव जैसा होता है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर महोत्सव उस खुशखबरी की ही एक पहली मंजिल है, जिसका आयोजन करने का गौरव गोरखपुर के प्रशासन को प्राप्त हुआ है।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 महीनों के दौरान हम लोगों ने जो मर्यादा, संयम और अनुशासन का पालन किया यही कोरोना पर हमारी विजय का सबसे बड़ा राज है। उन्होंने कहा कि जब खुशखबरी आती है तो महोत्सव जैसा होता है।
उन्होंने कहा कि गोरखपुर महोत्सव के आयोजन में कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन किया गया है। उन्होंने कहा कि जीवन, उत्साह व उमंग का नाम है, हताशा और निराश का नहीं। हमें स्वदेशी आन्दोलन को आगे बढ़ाना है इसके लिए खादी, स्वच्छता एवं स्वावलम्बन को अपनाना होगा।
इस अवसर पर सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा0 नीलकण्ठ तिवारी, सदर सांसद रविकिशन, सांसद बासगांव कमलेश पासवान, राज्यसभा सांसद जय प्रकाश निषाद, विधायक फतेह बहादुर सिंह, महेन्द्रपाल सिंह, संत प्रसाद, विपिन सिंह, डा0 राधामोहन दास अग्रवाल, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल आदि उपस्थित रहे।