जालंधर,आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की अपील की है।
आप की जालंधर शहर इकाई के अध्यक्ष राजविन्दर कौर और देहाती जिला प्रमुख प्रिंसिपल प्रेम कुमार ने शनिवार को कहा कि किसानों और सरकार के बीच नौवें दौर की बैठक असफल रहने का एक मात्र कारण केन्द्र सरकार की किसानों की जमीन छी
न कर पूंजीपतियों को देने की जिद है। ‘आप’ नेताओं ने कहा कि यह बहुत दुखद है कि रोजाना दिल्ली के बॉर्डर से देश के अन्नदाता की लाशें आ रही हैं,लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कोई दर्द नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि देश का अन्नदाता की बिल्कुल सीधी और स्पष्ट मांग है कि किसानों को बर्बाद करने वाले तीनों ही काले कानून रद्द किए जाएं, यदि मोदी सरकार को यह समझ नहीं आता तो उनको सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसानों की ओर से की जाने वाली किसान परेड को लेकर केंद्र सरकार द्वारा आंदोलन को बदनाम करने के लिए किए जा रहे झूठे प्रचार पर टिप्पणी करते ‘आप’ नेताओं ने कहा कि सरकार लोगों को भडक़ाने से बाज़ आए। उन्होंने कहा कि किसानों ने स्पष्ट कहा है कि वह किसी तरह की हिंसा में विश्वास नहीं करते और शांतिपूर्वक ढंग से अपने हक मांगते रहेंगे। किसान आंदोलन में किसानों का समर्थन करने वाले लोगों को सरकार की ओर से नोटिस जारी करना दुर्भाग्यपूर्ण है और सरकार को ऐसी कार्रवाइयों से गुरेज करना चाहिए।
दोनों आप नेताओं ने कहा कि किसान देश के लोगों का पेट भरने के लिए दिन-रात खेतों में मेहनत करते हैं, जिस किसान का पुत्र देश की सरहद पर देश की रक्षा कर रहा है, आज उसे ही मोदी सरकार बदनाम करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों को बदनाम करने की बजाय सीधी और स्पष्ट मांग को मानते हुए तीनों काले कानूनों को तुरंत रद्द करे।