अलवर, श्री भँवर जितेन्द्र सिंह ने शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसान आन्दोलन स्थल पर सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कड़ाके की ठण्ड में किसानों ने जिस धैर्य और साहस का परिचय देकर इस आन्दोलन की लौ को जलाए रखा है
पूर्व केन्द्रीय मंत्री भँवर जितेन्द्र सिंह ने कहा है कि किसानों का ये आन्दोलन आज जन आन्दोलन बन चुका है तथा पूरे देश के किसान इन कृषि बिल कानूनों के खिलाफ खड़े होकर वापस लेने की मांग को लेकर आन्दोलनरत है।
श्री सिंह आज शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसान आन्दोलन स्थल पर सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कड़ाके की ठण्ड में किसानों ने जिस धैर्य और साहस का परिचय देकर इस आन्दोलन की लौ को जलाए रखा है वह बेहद प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि पूरे भारत के किसान इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं और जब तक केन्द्र सरकार द्वारा कानून वापस नहीं लिए जाते तब तक ये आन्दोलन यूॅं ही चलता रहेगा।
इस अवसर पर श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने भी किसान एकता का नारा लगाते हुए कहा कि किसानों ने इतने लम्बे समय से विपरीत परिस्थितियों में भी आन्दोलन को जीवित रखा है। उन्होंने सभी किसानों को केन्द्र सरकार द्वारा लागू किए जाने वाले कानूनों की खामियों को गिनाते हुए कहा कि इससे कृषि का अस्तित्व ही संकट में आ जाएगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को किसानों के हित में कृषि कानूनों को शीघ्रतापूर्वक वापस लेना चाहिए जिससे अन्नदाता सुरक्षित रहे। उन्होंने गणतंत्र दिवस पर जिले से हजारों की संख्या में किसानों के द्वारा टै्रक्टरों पर दिल्ली कूच को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि इन कानूनों के माध्यम से पूजीपतियों को लाभ पहुंचाने का केन्द्र सरकार के उद्देश्य को पूरा नहीं होने दिया जाएगा।