लखनऊ, समाजवादी पार्टी से एक वीआईपी सीट जीत ने के लिये बीजेपी ने पूरा दम लगा दिया है?
समाजवादी पार्टी के गढ़ में से एक माने जाने वाले उत्तर प्रदेश के इटावा की जिला पंचायत अध्यक्ष सीट पर करीब तीन दशक से भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी मुलायम परिवार के कब्जे से मुक्त कराने की कोशिश में जुटी हुई है लेकिन आज तक यह कोशिश सार्थक रूप नही ले सकी है।
इस दफा सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की भरसक यही कोशिश है कि वह इटावा से जिला पंचायत अध्यक्ष सीट पर अपना प्रतिनिधि बैठाए । इस कोशिश को सार्थक करने के लिए भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह पिछले दिनों इटावा के दौरे पर आए थे जहां उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय पर एक गहन बैठक में सभी छोटे बड़े नेताओं के बीच इस बात को स्पष्ट तौर पर कहा कि इस दफा हर हाल में इटावा की जिला पंचायत अध्यक्ष सीट पर भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि को काबिज कराना है ।
यह पार्टी के हाईकमान का निर्णय है कि इटावा जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधि रहे।
स्वतंत्र देव सिंह की एक बैठक के बाद भारतीय जनता पार्टी के सभी नेता भीतरी तौर पर पार्टी हाईकमान के निर्णय पर काम करने में व्यापक तौर पर जुट गए हैं।
भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष अजय धाकरे भी लगातार ऐसा ही बोल रहे हैं कि इस दफा हर हाल में भारतीय जनता पार्टी का ही प्रतिनिधि जिला पंचायत का अध्यक्ष बनेगा लेकिन इसके पीछे तर्क देने के लिए उनके पास कोई ठोस आधार नही है। भारतीय जनता पार्टी ऐसा मानकर के चलती है कि उन्होंने जिन उम्मीदवारों को जिला पंचायत सदस्य के तौर पर उतारा है वह सभी के सभी हर हाल में विजई हो जाएंगे लेकिन हकीकत में ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा है क्योंकि जब बात राज्य और देश से हटकर के ग्राम स्तर की आती है तो निश्चित है कि स्थानीय मुद्दे और व्यक्तिगत संबंध भी कहीं ना कहीं प्रभावी बनते है ।
सिर्फ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष तो दूर पूर्व केद्रीय राज्यमंत्री और इटावा के सांसद प्रो.रामशंकर कठेरिया भी इस बात का दावा करते हुए कह चुके है कि भाजपा इलेक्शन मे यकीन करती है जब कि समाजवादी पार्टी सलेक्शन मे यकीन करती है । इसी प्रकिया को हमारी पार्टी खत्म करने मे जुटी हुई है ।
भाजपा के जिलाध्यक्ष का दावा है कि उनकी पार्टी पहली दफा जिला पंचायत सीट को अपने पाले मे करने के लिए बडी ही सुनियोजित योजना पर काम कर रही है । धाकरे संगठन स्तर पर भरोसे के साथ कहते है कि भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष सीट के साथ-साथ सभी आठों ब्लाकों पर काबिज होगी ।
इटावा में जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिज होने के लिए भले ही सपा पीएसपी में आपसी समझौता हो गया हो लेकिन इसके बावजूद भी सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि उनकी पार्टी ना केवल जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिज होगी बल्कि आठो ब्लाको मे उनकी ही पार्टी के प्रमुख होगे ।