लखनऊ, उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के लगातार घटते मामलों के बावजूद टेस्टिंग की रफ्तार बदस्तूर तेज बनी हुयी है। पिछले 24 घंटे में दो लाख 35 हजार 959 कोविड सैम्पल की जांच की गयी जिनमें कोरोना संक्रमण के 59 नये मामले सामने आये है जबकि 149 मरीज स्वस्थ हुये है। राज्य में फिलहाल 1489 मरीजों का उपचार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 प्रबंधन के लिये गठित टीम-09 की बैठक में बताया कि प्रदेश में हर नए दिन के साथ कोविड महामारी पर नियंत्रण की स्थिति और बेहतर होती जा रही है। सोमवार को 43 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 32 जिलों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। अलीगढ़, ललितपुर और श्रावस्ती में एक भी कोविड मरीज नहीं हैं। इस समय और अधिक सतर्कता की आवश्यकता है। कोरोना संक्रमण की नियंत्रित स्थिति के बाद भी एग्रेसिव ट्रेसिंग और टेस्टिंग जारी रखी जाए।
उन्होने कहा कि सोमवार को पॉजिटिविटी दर 0.03 फीसदी रही। वर्तमान में 1,489 एक्टिव केस हैं। 1,189 लोग होम आइसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6 प्रतिशत हो गई है। अब तक 16 लाख 83 हजार 319 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं।
श्री योगी ने बताया कि टीबी के सक्रिय मरीज, डेंगू, फाइलेरिया, मलेरिया और इंसेफेलाइटिस आदि से ग्रसित मरीजों की पहचान और उपचार के लिए ‘घर-घर पर दस्तक अभियान’ प्रारम्भ हो चुका है। 25 जुलाई तक आयोजित इस अभियान के दौरान लोगों को स्वच्छता, सैनीटाइजेशन, पोषण युक्त भोजन आदि की महत्ता के प्रति जागरूक किया जायेगा। नियमित टीकाकरण सत्रों में दो साल तक के बच्चों को जेई का टीका लगाया जाए। अभियान के संपन्न होने के उपरांत 26 जुलाई से ‘आयुष्मान भारत’ योजना के तहतत गोल्डन कार्ड बनाये जाने के लिए विशेष अभियान संचालित किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पारंपरिक कांवड़ यात्रा कोविड प्रोटोकॉल के साथ हो सकेगी। कोविड संक्रमण की स्थिति को देखते हुए कांवड़ संघों से संवाद कर न्यूनतम लोगों की सहभागिता का अनुरोध किया जाए। दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड राज्यों से संवाद कर यात्रा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएं। आवश्यकतानुसार आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता भी लागू की जा सकती है।
प्रदेश में कोविड टीकाकरण का कार्य सुचारु रूप से चल रहा है। अब तक 03 करोड़ 77 लाख अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। इनमें 03 करोड़ 17 लाख 62 हजार से अधिक लोग पहली डोज लेने वाले हैं। कोविड वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित किया जाए।