वक्फ बोर्ड की सम्पत्तियां बेचने वालों में विजय माल्या, रामपुर के नवाब काजिम अली भी
October 1, 2016
लखनऊ, उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड की सम्पत्तियों को गैरकानूनी तरीके से बेचने वालों का चेहरा आखिरकार सार्वजनिक हो गया। बोर्ड ने पूरे प्रदेश में वक्फ सम्पत्तियां बेचने और खरीदने वालों की तस्वीरें अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दी है। इसमें विजय माल्या भी शामिल हैं। माल्या के अलावा रामपुर के नवाब काजिम अली खां, सेब मिलर के प्रबंध निदेशक सुलभ सेठ और पूर्व वक्फ मंत्री शाहजिल इस्लाम के भाई राहिल इस्लाम भी शामिल हैं।
इसके अलावा वक्फ बोर्ड ने 130 वक्फ सम्पत्तियों को बेचने के मामले में 350 लोगों पर पहली बार वक्फ अधिनियम की धारा 52 के तहत कार्रवाई की है। उप्र शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने बताया कि सभी जमीनों की रजिस्ट्रियां निरस्त करने का अनुरोध किया गया है। रिजवी के मुताबिक, वक्फ सम्पत्तियों को बेचने वालों का चेहरा सार्वजनिक करने के लिए उनका फोटो वक्फ बोर्ड की वेबसाइट पर डाल दिया गया है। इसमें युनाइटेड बेवरेज के मालिक विजय माल्या भी शामिल हैं, जिन्होंने मेरठ में वक्फ की जमीन पर अवैध रूप से फैक्ट्री बना रखी है। वसीम रिजवी के मुताबिक, कई वक्फ सम्पत्तियों की जांच अभी जारी है। एक महीने के भीतर कई अन्य लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि बैठक में बोर्ड सदस्यों के जिला प्रभार को समाप्त कर दिया गया है। बोर्ड के सदस्य अशफाक हुसैन जिया, मौलाना आजिम हुसैन, वली हैदर, अफ्शां जैदी और आलिमा जैदी प्रदेश के सभी जिलों में पांच सदस्यीय समितियों का गठन करेंगे। ये समितियां अपने जिलों में वक्फ का निरीक्षण, आय-व्यय का लेखा परीक्षण कर बोर्ड को उपलब्ध कराएंगी।