लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लगभग साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में साढ़े चार लाख युवाओं को विभिन्न राजकीय सेवाओं में नियोजित किया गया और प्रदेश की बेरोजगारी दर 17.6 प्रतिशत से घटकर अब 4.1 प्रतिशत रह गयी है।
श्री योगी ने कहा कि राज्य सरकार ने सरकारी सेवाओं में भर्ती की निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया लागू की है और 2017 में सत्ता में आने के बाद सरकारी नौकरियों में भर्ती की बाधाओं को समाप्त कर भर्ती प्रक्रिया प्रारम्भ करायी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अब तक के लगभग साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में साढ़े चार लाख युवाओं को विभिन्न राजकीय सेवाओं में नियोजित किया गया है। राज्य सरकार के पांच वर्ष पूर्ण होने पर पांच लाख नौजवानों को सरकारी सेवाओं में नियुक्ति दी जा चुकी होगी। इससे कई गुना अधिक नौजवानों को निजी क्षेत्र में नौकरी एवं रोजगार उपलब्ध करा दिया जाएगा।
श्री योगी आज यहां लोक भवन में राजकीय माध्यमिक विद्यालयाें के 2,846 नवचयनित प्रवक्ताओं एवं सहायक अध्यापकों के ऑनलाइन नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का बटन दबाकर शुभारम्भ करने के उपरान्त अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा 11 नवचयनित प्रवक्ताओं एवं सहायक अध्यापकों को पदस्थापन/नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। नवचयनित प्रवक्ताओं एवं सहायक अध्यापकों का चयन उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग द्वारा किया गया है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने विगत साढ़े चार वर्षों में विभिन्न शिक्षण संस्थाओं में शिक्षकों की रिक्तियों को तेजी से भरने का कार्य किया। इस दौरान बेसिक, माध्यमिक, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग में शिक्षकों के 1.5 लाख पद भरे गये हैं। भर्ती की प्रक्रिया पूरी निष्पक्षता, पारदर्शिता एवं आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए पूर्ण की गयी। आज राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के लिए चयनित 2,846 प्रवक्ताओं और सहायक अध्यापकों का पदस्थापन मेरिट के आधार पर ऑनलाइन किया जा रहा है।