नयी दिल्ली, कांग्रेस ने कहा है कि गुजरात में अडानी समूह के मूंदड़ा बंदरगाह में दो लाख करोड रुपए से ज्यादा की हेरोइन पकड़ी गयी है और यह मादक द्रव्य देश के युवाओं को बर्बाद कर रहा है लेकिन मोदी सरकार इस बारे में चुप्पी साधे है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि इस बंदरगाह पर 21 हजार करोड़ रुपए की हेरोइन इसी सप्ताह पकड़ी गयी है जबकि पहले यहीं से एक लाख 75 हजार की हेरोइन पकड़ी गयी थी। यह ड्रग्स अफगानिस्तान से आती है लेकिन देश में यह कहां जाती है इसकी किसी को खबर नहीं है इसलिए सरकार को बताना चाहिए कि पौने दो लाख करोड़ रुपए की 25 हजार किलो हेरोइन कहां गई।
उन्होंने कहा कि हाल में ही इसी बंदरगाह पर तीन हजार किलो हीरोइन पकडी गयी जिसकी कीमत 21 हजार करोड़ रुपए आंकी गयी है। एक प्रतिष्ठित अखबार में आज छपा है कि 25 हजार किलो हेरोइन पहले भी पकड़ी गयी थी जिसकी कीमत एक लाख 75 हजार करोड़ रुपए है। इस हेरोइन की खपत कहां हुई। यह हेरोइन देश के युवाओं को नष्ट करने में लगी है। जुलाई में 25 करोड़ रुपए की हेरोइन दिल्ली पुलिस ने पकडी थी। दिल्ली पुलिस ने इसी साल मई में भी हेरोइन पकड़ी थी।
श्री सुरजेवाला ने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि दो लाख करोड़ रुपए की ड्रग्स आंध्र प्रदेश की कंपनी के नाम से ही आयी है। आखिर आंध्र प्रदेश में भी बंदरगाह है लेकिन हेरोइन की दोनों खेप गुजरात में ही क्यों आई। इसका मतलब है कि देश में ड्रग्स का कारोबार फलफूल रहा है लेकिन सरकार को इसका पता ही नहीं है। जिसके नाम पर यह ड्रग्स आया है उसके बारे में कहा जा रहा है कि वह मामूली कमीशन पर काम करता था।
प्रवक्ता ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिए और जांच का काम उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से कराया जाना चाहिए। ड्रग्स माफिया को किस राजनेता का संरक्षण है और बंदरगाह की इसमें क्या भूमिका है इसकी भी जांच होनी चाहिए।