लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार ने भारतरत्न डाॅ0 भीमराव आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र निर्माण के लिए शुक्रवार को प्रथम किश्त के रूप में 10 करोड़ 92 लाख रुपये की वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी ।
राज्य के अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम तथा बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव आंबेडकर महासभा ट्रस्ट के अध्यक्ष डाॅ0 लालजी प्रसाद निर्मल ने इस के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार व्यक्त किया है।
गौरतलब है कि 29 जून को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लोकभवन में भारत रत्न डाॅ0 भीमराव आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र का शिलान्यास किया था। इस स्मारक में बाबा साहेब डाॅ0 आंबेडकर की 25 फीट ऊँची भव्य प्रतिमा के साथ 750 सीटों युक्त भव्य प्रेक्षागृह, संग्रहालय, विपस्सना केन्द्र, अतिथि गृह, विशाल पुस्तकालय, वाचनालय, अतिथि गृह के साथ ही उनके विभिन्न पहलुओं पर अध्ययन के लिए शोध केन्द्र भी स्थापित होगा, जिसका संचालन बाबा साहेब डाॅ0 आंबेडकर लखनऊ विश्वविद्यालय के कुशल पर्यवेक्षण में किया जाएगा।
अपनी तमाम विविधताओं को समेटे यह स्मारक पूरे देश में एक आकर्षण का केन्द होगा, जिसे देश व विदेश के लोग आकर देख सकेंगे। डाॅ0 निर्मल ने मुख्यमंत्री की इस अभिनव पहल के लिए देश और प्रदेश के दलितों की ओर से आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि यह पूरे देश में डाॅ0 आंबेडकर को याद करने वालों के लिए प्रदेश सरकार की अनुपम भेंट है।
यह स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र वर्तमान मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अन्तर को भी प्रदर्शित करेगा।
डाॅ0 निर्मल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री श्री यादव ने आंबेडकर स्मारक के लिए लखनऊ में पांच एकड़ जमीन की घोषणा प्रेस के समक्ष की थी, लेकिन लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा उक्त भूमि चिन्हित करने के बावजूद सपा सरकार ने उक्त भूमि का आवंटन इसलिए नहीं किया, क्योंकि उन्हें श्री आम्बेडकर से दुराव था। इसके विपरीत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा साहेब डाॅ0 आंबेडकर का चित्र सभी कार्यालयों में लगवाया।
श्री योगी ने डाॅ0 आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र स्थापित करने की घोषणा कर उसके लिए भूमि आवंटित की, राष्ट्रपति जी से शिलान्यास कराया और कार्य की शुरूआत के लिए स्मारक निर्माण के लिए धनराशि भी जारी कर दी। डाॅ0 निर्मल ने कहा कि सपा को न तो दलितों से लगाव है और न ही डाॅ0 आंबेडकर उसके एजेण्डे में हैं जबकि भारतीय जनता पार्टी ने डाॅ0 आंबेडकर के जन्म स्थल महू, शिक्षा स्थल लंदन, दीक्षा स्थल नागपुर, परिनिर्वाण स्थल 26 अलीपुर रोड दिल्ली तथा चैत्यभूमि मुम्बई में भव्य स्मारक के माध्यम से डाॅ0 आंबेडकर को सम्मान प्रदान किया।