दुबई, ऐसा लग रहा है जैसे वेस्टइंडीज़ पुराने दशक में लौट आया है। ड्वेन ब्रावो संन्यास से वापस आ चुके हैं, लेंडल सिमंस और रवि रामपॉल ने कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) में बेहतरीन प्रदर्शन कर टीम में वापसी की है। इसके अलावा क्रिस गेल, आंद्रे रसेल और कीरोन पोलार्ड टीम का हिस्सा है हीं। लेकिन फिर भी एक सवाल उठता है कि आख़िर इस टीम की बल्लेबाज़ी क्रम में एंकर की भूमिका कौन अदा करेगा?
साल 2012 और 2016 में मार्लोन सैमुएल्स ने यह भूमिका अदा की थी। वेस्टइंडीज़ टीम में एक से बढ़कर एक धुरंधर बिग-हिटर खिलाड़ी हैं, लेकिन उन्हें एक ऐसे बल्लेबाज़ की आवश्यकता पड़ सकती है, जो पारी को आगे बढ़ाएं। शायद वह रॉस्टन चेज़ हो सकते हैं।
चेज़ ने भारत के ख़िलाफ़ दूसरे टेस्ट में अपना पहला शतक बनाया था और मैच को ड्रॉ कराया था। वह टेस्ट क्रिकेट में लगातार ऐसी पारियां खेलते गए और उनको टीम का ‘संकटमोचक’ समझा जाने लगा। एक तरह से उन पर टेस्ट खिलाड़ी का ठप्पा लग गया और उन्होंने 2012 से 2018 के बीच सिर्फ़ पांच टी-20 मैच खेले।
2020 में उन्होंने सीपीएल में वापसी की और 2021 में वह टूर्नामेंट के सबसे प्रमुख खिलाड़ी बन गए। इसके बाद वेस्टइंडीज़ के चयनकर्ताओं के लिए उन्हें दरकिनार करना मुश्किल हो गया।
सेंट लूसिया किंग्स के कोच ऐंडी फ़्लावर ने तब कहा था, “वह एक अच्छे ऑलराउंडर हैं। वह एक चतुर ऑफ़ स्पिनर हैं, जो फ़ील्डिंग भी अच्छी कर लेते हैं। इसके अलावा वह मध्य क्रम में पारी को संभाल भी सकते हैं।”
चेज़ ने कहा, “मैं खुद को सैमुएल्स की भूमिका में देखता हूं। मैं सीपीएल में यह भूमिका पिछले दो साल से निभा रहा हूं। सिंगल-डबल लेते रहो और ख़राब गेंद मिलने पर बॉउंड्री लगा दो। यह मेरे लिए एक बहुत ही सरल भूमिका है और टीम में इतने आतिशी बल्लेबाज़ों को देखते हुए मैं इस भूमिका में बहुत ख़ुश भी हूं। मेरा काम रहेगा कि मैं उन्हें स्ट्राइक देता रहूं और जब मेरे पाले में गेंद आए तो मैं भी आक्रमण करूं।”
वेस्टइंडीज़ टीम में एविन लुइस, क्रिस गेल, निकोलस पूरन और शिमरॉन हेत्माएर जैसे बाएं हाथ के बल्लेबाज़ हैं। मध्य क्रम में दाएं हाथ के चेज़ की उपस्थिति इस क्रम को भी तोड़ेगी। अगर विपक्षी टीम में बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों की अधिकता रही तो चेज़ की ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ी बहुत काम आएगी, जो पड़कर बाहर निकलेगी। उदाहरणस्वरूप उन्होंने सीपीएल फ़ाइनल में नई गेंद से क्रिस गेल को आउट किया था।
सीपीएल 2021 में चेज़ ने 35 चौके और 24 छक्के सहित कुल 59 बाउंड्री लगाई थी। उनसे अधिक सिर्फ़ एविन लुइस ने ऐसा किया था। यूएई की पिच कैरेबियन पिचों से कुछ ख़ास अलग नहीं हैं। हालांकि लगातार आईपीएल मैच होने के कारण यह और धीमी हो सकती है।
चेज़ ने कहा, “पिच पर थोड़ा समय बिताने की बात होती है, उसके बाद चीज़ें आसान हो जाती है। हमने यहां अभ्यास किया है। गेंद बल्ले पर आसानी से आ रही है लेकिन यह थोड़ी नीची भी रह रही है। इसलिए शॉट खेलते वक़्त आपको थोड़ा अधिक झुकना होगा। ये पिचें थोड़ी बहुत सीपीएल की पिचों की याद दिला रही हैं, इसलिए उम्मीद है कि हमारे लिए इन पर खेलना थोड़ा आसान होगा।