नयी दिल्ली, भारतीय टीम के चयनकर्ताओं ने नए कोच राहुल द्रविड़ के साथ टी20 अंतर्राष्ट्रीय टीम के नए कप्तान को लेकर कोई चर्चा-विचारना नहीं की है, लेकिन निवर्तमान कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली ने इस पद के लिए रोहित शर्मा का समर्थन किया है।
कोहली ने सिंतबर में ही घोषणा कर दी थी कि टी20 विश्व कप 2021 के बाद वह टी20 अंतर्राष्ट्रीय टीम की कप्तानी से हट जाएंगे। मुख्य कोच शास्त्री, गेंदबाज़ी कोच भरत अरुण और क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर के कार्यकाल की समाप्ति के साथ टीम को बदलाव के एक दौर से गुज़रना होगा। नामीबिया के ख़िलाफ़ भारत के अंतिम मैच के टॉस के बाद कोहली ने कहा कि भारत की कप्तानी करने का मौक़ा “एक सम्मान की तरह” है। साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि रोहित उनके उत्तराधिकारी बनने के लिए तैयार थे।
कोहली ने कहा, “यह मेरे लिए सम्मान की बात है। मुझे मौक़ा दिया गया और मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश की। यह मेरे लिए जगह बनाने और आगे आने वाली चीज़ों को प्राथमिकता देने का समय है और दुर्भाग्य से, खेल के सबसे छोटे प्रारूप को लंबे प्रारूपों को रास्ता देना होगा।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे टीम के प्रदर्शन पर गर्व है और इतने वर्षों तक टी20 प्रारूप में भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व करने का अवसर देने के लिए मैं आभारी हूं। अब नए नेतृत्व के लिए इस टीम को आगे बढ़ाने का समय आ गया है। ज़ाहिर तौर पर रोहित यहां हैं, वह कुछ समय से चीज़ों को देख रहे हैं। हम हमेशा वरिष्ठ खिलाड़ी के तौर पर टीम में रहेंगे लेकिन यह भविष्य में भारतीय क्रिकेट के लिए अहम पल है।”
इस बीच, शास्त्री ने कहा कि रोहित टी20 अंतर्राष्ट्रीय कप्तान के रूप में कार्यभार संभालने के लिए तैयार हैं और सुझाव दिया कि आईपीएल द्वारा प्रदर्शित प्रतिभा की गहराई के कारण भारत के पास इस प्रारूप में “हमेशा एक मज़बूत टीम” होगी। उनका मानना है कि भारतीय टीम के व्यस्त शेड्यूल को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग प्रारूप के लिए अलग-अलग कप्तान की नियुक्ति करना इतनी बुरी बात नहीं है। उन्होंने कहा, “रोहित एक काबिल व्यक्ति है। वह कई सारें आईपीएल जीत चुके हैं और वह इस टीम के उपकप्तान भी है। वह यह ज़िम्मेदारी संभालने के लिए तैयार है।”
कोहली ने पोस्ट मैच प्रेज़ेंटेशन में दोहराया कि अपने कार्यभार को प्रबंधित करने के लिए टी20 अंतर्राष्ट्रीय कप्तानी से हटने का यह “सही समय” था, और ज़ोर देकर कहा कि वह कप्तानी छोड़ने के बावजूद मैदान पर अपनी तीव्रता बनाए रखेंगे।कोहली ने कहा, ” (मेरी तीव्रता) कभी नहीं बदलने वाली है। अगर मैं ऐसा नहीं कर सकता तो मैं आगे नहीं खेलूंगा। यहां तक कि जब मैं कप्तान नहीं था तब भी मैं हमेशा यह देखने के लिए उत्सुक था कि मैच कहां जा रहा है। मैं एक जगह खड़े होकर कुछ ना करने वालों में से नहीं हूं।”
बतौर कप्तान अपने अंतिम टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच में कोहली ने बल्लेबाज़ी नहीं। उन्होंने अपनी जगह सूर्यकुमार यादव को तीसरे नंबर पर भेजा। वह चाहते थे कि सूर्यकुमार पूरे टूर्नामेंट में मिले सीमित अवसरों के बाद विश्व कप से ‘कुछ अच्छी यादें वापस ले जाए।’ उन्होंने कहा, “सूर्य को ज़्यादा समय नहीं मिला। यह एक टी20 विश्व कप है और मुझे लगा कि यह उनके लिए वापस ले जाने के लिए एक अच्छी याद हो सकती है।”