पोर्ट ऑफ स्पेन, वेस्टइंडीज़ के प्रमुख चयनकर्ता रोजर हार्पर जिनका दो साल का कार्यकाल 31 दिसंबर को ख़त्म होने जा रहा था, उन्हें उनके पदभार से हटा दिया गया है। क्रिकेट वेस्टइंडीज़ (सीडब्ल्यूआई) उनके कार्यकाल को बढ़ाना नहीं चाहता था। हार्पर ने 2019 के अंत में कार्यभार संभाला था, हार्पर ने जिन टीमों का चयन किया था उसने 16 टेस्ट में पांच जीत दर्ज की, जबकि 21 वनडे में 11 जीत और 39 टी20 अंतर्राष्ट्रीय में 21 जीत हार्पर द्वारा चयनित टीम को मिली थी।
हाल ही में संपन्न हुए टी20 विश्वकप में वेस्टइंडीज़ के चयन ने काफ़ी सुर्खियां बटोरीं थीं, जब शुरुआती 15 सदस्यीय दल में जेसन होल्डर को जगह नहीं मिली थी जबकि दल में रवि रामपॉल की वापसी हुई थी। विश्वकप टीम चुने जाने के ठीक पहले वेस्टइंडीज़ के पूर्व कप्तान होल्डर का इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 में प्रदर्शन शानदार रहा था, उस दौरान उन्होंने 7.75 की इकॉनमी के साथ 16 विकेट झटके थे।
हालांकि टी20 विश्वकप के दौरान रिज़र्व खिलाड़ियों में शामिल होल्डर को मुख्य दल में भी खेलने का मौक़ा मिल गया था, क्योंकि ओबेद मकॉए चोटिल हो गए थे। साथ ही साथ क्रिस गेल के चयन ने भी विवाद को जन्म दिया था, जब पूर्व दिग्गज कैरेबियाई गेंदबाज़ कर्टली एम्ब्रोज़ ने गेल के चयन पर सवाल उठा दिए थे।
क्रिकेट वेस्टइंडीज़ जनवरी में नए मुख्य चयनकर्ता की नियुक्ति करेगा, तब तक के लिए प्रमुख कोच फ़िल सिमंस पर इसका अतिरिक्त प्रभार होगा। सीडब्ल्यूआई के निदेशक जिमी एडम्स की देखरेख में ही सारी प्रक्रियाएं की जाएंगी। सिमंस के साथ-साथ चयन की ज़िम्मेदारी सभी फ़ॉर्मैट के कप्तानों के ऊपर भी होगी, टेस्ट के कप्तान क्रेग ब्रैथवेट हैं तो सीमित ओवर में टीम की कमान कीरोन पोलार्ड के कंधों पर है।
हार्पर ने कहा, “मैं सीडब्ल्यूआई का धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मुझे इस पदभार की ज़िम्मेदारी दी थी, भविष्य के लिए मैं बोर्ड और टीम के साथ मेरी शुभकामनाएं हमेशा रहेंगी। मैं उन तमाम लोगों का भी शुक्रगुज़ार हूं जिन्होंने इस दौरान मेरा समर्थन किया और मदद की।”हार्पर के साथ-साथ उनके सहयोगी माइल्स बासकोम्बे को भी उनके पद से हटा दिया गया है।
सीडब्ल्यूआई के निदेशक जिमी एडम्स ने कहा, “हम सभी रोजर और माइल्स का उनके समर्पण और काम करने के तरीक़े के लिए शुक्रगुज़ार हैं। पिछले दो सालों में इन दोनों ने ही अपनी ज़िम्मेदारी बेहतरीन अंदाज़ में निभाई है, अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए वेस्टइंडीज़ टीम का चयन हमेशा से ही काफ़ी चूनौतीपूर्ण काम रहा है और इन दोनों ने ही उसे अच्छे ढंग से निभाया है।”