लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बीजेपी के एक नेता पर इस कदर नाराज हैं कि उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवायेंगे ।
उत्तर प्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और समाजवादी पार्टी मे आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है। इस बीच बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय के एक ट्वीट को लेकर अखिलेश यादव भड़क उठें हैं। उन्होने आज अपनी प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों को एक फोटो दिखाते हुये कहा कि जिसने ये फर्जी तस्वीर पोस्ट की है, समाजवादी पार्टी उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवायेंगीऔर सरकार बनने पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। ये झूठा व्यक्ति है और प्रदेश सरकार से सहयोग लेकर झूठा प्रचार कर रहा है। अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी से झूठी कोई भी सरकार देश में नहीं है। उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का सफाया होना तय है।
दरअसल, 7 जनवरी को अमित मालवीय ने शुक्रवार को ट्विटर पर एक तस्वीर पोस्ट की है। इस पर अमित मालवीय ने लिखा कि “मई 2015 में अखिलेश यादव एक प्रतिनिधिमंडल लेकर फ्रांस के ग्रासे शहर गए थे। कारण बताया- कन्नौज में परफ्यूम पार्क बनाना. यात्रा की इस तस्वीर में नजर आ रहे उनके इत्र वाले मित्र. ये वही हैं जिनकी दीवारों के पीछे और जमीन के नीचे से निकल रही है यूपी की जनता से लूटी गई अकूत दौलत ।”
मई 2015 में अखिलेश यादव एक प्रतिनिधिमंडल लेकर फ्रांस के ग्रासे शहर गये थे। कारण बताया – कन्नौज में परफ्यूम पार्क बनाना।
यात्रा की इस तस्वीर में नज़र आ रहे उनके इत्र वाले मित्र। ये वही हैं जिनकी दीवारों के पीछे और जमीन के नीचे से निकल रही है यूपी की जनता से लूटी गई अकूत दौलत। pic.twitter.com/N9nzPMTxmb
— Amit Malviya (@amitmalviya) January 7, 2022
इसके अलावा ट्विटर पर यही तस्वीर बीजेपी उत्तर प्रदेश के आधिकारिक अकाउंट से भी पोस्ट की गई है। बीजेपी उत्तर प्रदेश ने लिखा, “यूं ही नहीं कोई इत्र वाला मित्र बन जाता है. अखिलेश बार-बार इन भ्रष्टाचारियों का बचाव क्यों कर रहे थे. ये वही ‘समाजवादी इत्र’ वाले हैं, जिनके साथ अखिलेश जी 2015 में फ्रांस घूम रहे थे. सपा मतलब भ्रष्टाचार.”
समाजवादी पार्टी युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव हसीब हसन ने इसे बीजेपी के आईटी सेल का कमाल बताया और उन्होंने कहा कि ये सब बीजेपी आईटी सेल वाले वायरल कर रहे हैं। उन्होने बताया कि ये पीयूष जैन नहीं बल्कि मुशीर अहमद खान हैं।