लखनऊ , समाजवादी पार्टी अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केन्द्रीय बजट को आम लोगों की जेब काटने वाला बताते हुये कहा कि यह बजट यूपी में भारतीय जनता पार्टी के दुखदायी युग की शुरूआत है।
अखिलेश ने मंगलवार को ट्वीट किया “ काम-कारोबार सब हुआ चौपट…ऐतिहासिक मंदी,लाखों की नौकरी कर गयी चट…आम जनता की आमदनी गयी घट…बेकारी-बीमारी में बैंकों में जमा निकली सारी बचत…अब लोगों की जेब काटने के लिए आया भाजपा का एक और बजट…। उप्र से भाजपा के दुखदायी युग का अंत शुरू हो रहा है।यूपी कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा।”
अखिलेश यादव ने कहा है कि जन सामान्य और विशेष कर किसानों-नौजवानो तथा व्यापारी वर्ग को जो उम्मीदें थी, उन पर पानी फिर गया है। गरीब मध्यम वर्ग परेशान है, भाजपा को उनकी कोई चिंता नहीं है। काम कारोबार सब हुआ चौपट। ऐतिहासिक मंदी, लाखों की खा गई। आम जनता की आमदनी घट गई। बेकारी बीमारी में बैंकों में जमा सारी बचत निकल गई अब लोगों की जेब काटने के लिए भाजपा का एक और बजट आ गया है। उत्तर प्रदेश से भाजपा के दुःखदायी युग का अंत शुरू हो रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि जनता महंगाई से परेशान है लेकिन इस बजट में राहत नहीं है। बहुत उम्मीद थी कि इनकम टैक्स में छूट मिलेगी, स्लैब में बदलाव होगा लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। केन्द्र की भाजपा सरकार को चिंता सिर्फ बड़े पूंजी घरानों की रहती है, उसकी सारी नीतियां उसके हित की ही बनती हैं। यादव ने कहा कि भाजपा सरकार अभी भी सपने दिखाकर धोखे में जनता को रख रही है। किसानों को बजट में गुमराह करने की कोशिश है। एमएसपी को कानूनी रूप देने की बात क्यों नहीं की गई है। रेलवे में नौकरियां कम होती जा रही है। ऐसे दावे-वादे किए जा रहे हैं जिन्हें पूरा नहीं किया जा सकता है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार का यह बजट सिर्फ विधानसभा के हो रहे चुनाव के लिए है। यह पूर्णतया जनविरोधी, मध्यम वर्ग विरोधी और गरीब -किसानों के हितों के विरूद्ध है। नौजवानों को पूरी तरह अंधेरे में रखा गया है। उनकी पूरी तरह उपेक्षा हुई है। यह बजट पूरी तरह निराशाजनक, दिशाहीन और महंगाई बढ़ाने वाला है।