खनऊ, यूपी विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान से ठीक पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा झटका दिया है।
भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी के पुत्र मयंक जोशी ने मंगलवार को अखिलेश यादव से मुलाकात की, जिसकी तस्वीर खुद अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया में शेयर की है। उन्होंने लिखा कि मयंक जोशी से शिष्टाचार भेंट। दोनों में करीब घंटेभर बातचीत हुई। इसे सियासी नजरिए से अहम माना जा रहा है। इस मुलाकात के कई अर्थ निकाले जा रहे हैं।
लखनऊ में कल होने वाली वोटिंग से पहले मयंक जोशी का अखिलेश यादव से मिलना बड़ी सियासी हलचल के संकेत हैं। यूपी मे चौथे चरण के मतदान की पूर्व संध्या पर अखिलेश यादव ने अपने दांव से बीजेपी की सचमुच भाप निकाल दी है। इस मुलाकात को ब्राह्मण वोटबैंक को सपा के पक्ष में गोलबंद करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। साथ ही स्थानीय स्तर पर लखनऊ की दो सीटें पूर्वी और कैंट विधानसभा सीट इस घटना से सीधे तौर पर प्रबावित हो सकतीं हैं। इन दोनों सीटों पर बड़ी संख्या मे रहने वाले उत्तराखंडी वोटरों पर समाजवादी पार्टी के पक्ष में सीदा असर हो सकता है।
इससे पहले, रीता बहुगुणा जोशी ने अपने बेटे मयंक जोशी के लिए भाजपा से लखनऊ कैंट से टिकट मांगा था। यहां तक कि वह अपनी सांसदी छोड़ने को भी तैयार हो गई थीं। उनका कहना था कि यदि परिवारवाद इसके आड़े आता है तो वह अपनी सांसदी से इस्तीफा देने को भी तैय़ार हैं। इसके बाद भी मयंक को भाजपा ने टिकट नहीं दिया था। पिछले दिनों रीता जोशी ने यह भी कहा था कि पार्टी ने टिकट से इनकार कर दिया है और अब मयंक जोशी स्वतंत्र हैं कि उन्हें क्या करना है।