समाजवादी पार्टी प्रत्याशी और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य नेखुद को चुनावी महाभारत का अर्जुन और पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को भगवान श्रीकृष्ण की संज्ञा से नवाजा। फाजिलनगर में सपा प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य ने अखिलेश की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमले किए। मौर्य ने इस चुनाव को महाभारत बताकर खुद को अर्जुन का तो अखिलेश को कृष्ण कहा। स्वामी ने यह भी कहा कि जो लोग योगी की गुलामी कर रहे हैं, उन्हें सरकार बनने पर छठी की याद दिला दी जाएगी।
भाजपा छोड़ने वाले स्वामी ने बीजेपी पर हिंदू-मुस्लिम विभाजन का आरोप लगाया। स्वतंत्रता आंदोलन में अशफाक उल्ला खां के याेगदान और पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुये वीर अब्दुल हमीद का जिक्र करते हुए उन्होने सवालिया लहजे में कहा “ क्या उन्होंने इसलिए शहादत दी कि आप उनके बेटे-बेटियों को देश से निकालोगे। उनके साथ सौतेला व्यवहार करोगे। ये राजनीति के वे भूखे भेड़िये हैं, जो अपनी सत्ता के लिए हिंदू-मुस्लिम को आपस लड़वाना चाहते हैं। इनकी कोशिश रहती है कि कोई ऐसी बात करो कि हिंदू-मुस्लिम लड़ जाए।”
स्वामी प्रयाद मौर्य ने समर्थकों से उन लोगों का नाम लिखकर रखने को कहा है जो सपा समर्थकों को परेशान करते हैं। मौर्य ने ऐसे अधिकारियों और लोगों को छठी का दूध याद दिलाने और पटकने की बात कही। उन्होंने कहा, ‘मुझे एक अधिकारी ने गोरखपुर से बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से मीटिंग की और कहा कि जहां मुस्लिम समाज है वहां ऐसा दबाव डालो को वोट ना पड़ पाए। सपा के कार्यकर्ताओं योगी की विदाई तय है, आप केवल उस अधिकारी का नाम नोट करना, या ऐसे गुंडे-मवाली का नाम याद रखना जो हमारे कार्यकर्ता को परेशान करता है, सरकार बनेगी तो छठी का दूध याद दिला दिया जाएगा।”
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, “ मैं अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष से कहना चाहता हूं कि इस राजनीतिक महाभारत में आप कृष्ण की भूमिका अदा कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी का सूपड़ा साफ करने के लिए कृष्ण के रूप में स्वामी प्रसाद मौर्य आपके साथ खड़ा है।”