नयी दिल्ली, रक्षा मंत्रालय ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढाने तथा रक्षा उत्पादों के आयात में कमी लाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए सामरिक रूप से महत्वपूर्ण 107 उपकरणों की एक और सूची जारी की है जिन्हें देश में ही बनाया जायेगा और एक निर्धारित समय के बाद इनका आयात नहीं किया जायेगा ।
रक्षा मंत्रालय ने आज एक वक्तव्य जारी कर कहा कि 107 उत्पादों की यह सूची उन 2851 उत्पादों से अलग है जिनके आयात पर पहले ही प्रतिबंध की घोषणा की जा चुकी है।
मंत्रालय ने कहा है कि आने वाले वर्षों में इन उत्पादों का देश में ही विनिर्माण होगा और इनकी खरीद घरेलू उद्योग से ही की जायेगी। रक्षा क्षेत्र के उपक्रमों द्वारा इन उत्पादों का स्वदेशीकरण ‘मेक’ श्रेणी में किया जायेगा। मेक श्रेणी के माध्यम से घरेलू उद्योगों की भागीदारी बढाकर आत्मनिर्भरता हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है। इस श्रेणी में घरेलू उद्योग विभिन्न उपकरणों, सिस्टम और प्रमुख प्लेटफार्म या उनके उन्नयन के लिए डिजायन तथा विकास का काम कर सकेंगे। इससे अर्थव्यवस्था को तो मजबूती मिलेगी ही देश की रक्षा क्षेत्र में आयात पर निर्भरता भी कम होगी। रक्षा उपकरणों के डिजायन तथा विकास के क्षेत्र में भारत अपना मजबूत मुकाम भी हासिल करेगा।
जिन 107 रक्षा उत्पादों की सूची जारी की गयी है उनमें उनमें हेलिकॉप्टरों, राडार, छोटे युद्धपोत और पनडुब्बी, अस्त्र, बख्तरबंद वाहनों , बेली ब्रिज, विध्वंसक पोत,गश्ती पोत, टी 90 टैंक और टी -72 टैंक के उपकरण प्रमुख हैं।