इस्लामाबाद, पाकिस्तान में इमरान खान की नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ नेशनल एसेंबली में पेश अविश्वास प्रस्ताव यदि पारित हो जाता है तो इमरान देश के 22वें प्रधानमंत्री होंगे जो अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाये हालांकि पाकिस्तान की आज़ादी से लेकर आज तक कोई एक प्रधानमंत्री भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है।
जियो टीवी की रिपोर्ट के अनुसार 1947 में स्वतंत्रता के बाद लियाकत अली खान पहले प्रधानमंत्री थे, लेकिन रावलपिंडी में 16 अक्टूबर 1951 को उनकी हत्या कर दी गई थी और वह चार साल ही पद पर रहे।उनके बाद ख्वाजा नजीमुद्दीन ने दो साल से भी कम समय तक सत्ता संभाली। उनके उत्तराधिकारी मुहम्मद अली बोगरा का कार्यकाल भी दो साल का रहा।
इसके अलावा चौधरी मुहम्मद अली एक वर्ष से भी कम समय के लिए, हुसैन शहीद सुहरावर्दी (एक वर्ष), इब्राहिम इस्माइल चुंदरीगर (2 महीने), फ़िरोज खान नून (एक वर्ष से कम) और नूरुल अमीन केवल (13 दिन) के लिए प्रधानमंत्री पद पर रहे।
इसके बाद जुल्फिकार अली भुट्टो प्रधानमंत्री बने। वह दो साल पद पर रहे 1979 में उन्हें फांसी दे दी गई। भुट्टो के बाद मोहम्मद खान जुनेजा ने तीन साल तक कार्यभार संभाला। उनके बाद बेनजार भुट्टो देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं और दो साल तक पद पर रहीं।
उनके बाद नवाज शऱीफ का कार्यकाल भी तीन साल से कम रहा। बेनजीर भुट्टो ने एक बार फिर सत्ता में तीन साल के लिए वापसी की। इसके बाद शरीफ सत्ता में लौटे और दो साल पद पर बने रहे।
उनके बाद मीर जफरुल्लाह खान जमाली 19 महीने, चौधरी शुजात दो महीने, शौकत अजीज तीन साल, यूसुफ रजा गिलानी चार साल, राजा परवेज अशरफ एक साल से कम समय के लिए पद पर रहे।
उसके बाद नवाज शरीफ ने चार साल 53 दिन के कार्यभार संभाला, जबकि शाहिद खाकान अब्बासी का कार्यकाल भी एक साल से कम रहा। इसके बाद 18 अगस्त 2018 में इमरान खान ने कार्यभार संभाला। उनका कार्यकाल 2023 में खत्म होने वाला था।