कानपुर, उत्तर प्रदेश में कानपुर के बेकनगंज क्षेत्र में शुक्रवार को दो पक्षों के बीच हुयी पत्थरबाजी के मामले में आरोपियों की शीघ्र पहचान और गिरफ्तारी के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों के बाद इलाके में शनिवार को फिलहाल शांति है। पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती के बीच बेकनगंज और नयी सड़क इलाके में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिये स्थानीय प्रशासन के निर्देश पर आज बाजार बंद हैं।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को देर रात कानून व्यवस्था की समीक्षा कर दंगाईयों के साथ सख्ती से निपटने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री स्तरीय समूह 11 जून से मंडल व जनपद स्तर पर दौरा कर कानून व्यवस्था की समीक्षा करेगा।
इस बीच पुलिस ने दंगाईयों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने का फैसला किया है। अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था, प्रशांत कुमार ने कहा कि कानपुर हिंसा मामले में 18 लोगों को चिन्हित कर गिरफ्तार किया गया है। पर्याप्त मात्रा में वीडियो फुटेज पुलिस काे प्राप्त हुये हैं, जिसके आधार पर शरारती तत्वों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य की तलाश की जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि घटना के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने इस मामले के मास्टरमाइंड के रूप में जफर हयात की पहचान की है। गिरफ्तारी के लिए पुलिस उसकी तलाश कर रही है। उप्र पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीमें हयात के करीबियों के घर छापेमारी कर रही है। पुलिस स्थानीय बाजार की दुकानों के सीसीटीवी फुटेज भी खंगालेगी।
गौरतलब है कि कानपुर में कल हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज कर 40 संदिग्धों को नामजद किया है और 1000 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की है। इस बीच इलाके में सामान्य हालात की बहाली के लिये पीएसी की 12 कंपनियां तैनात की गयी हैं।
पुलिस को हिंसा से जुड़े घटनाक्रम के अब तक 40 सीसीटीवी फुटेज मिले हैं। इनके आधार पर चिन्हित आरोपियों के घरों में लगातार दबिश दी जा रही। साथ ही चिन्हित संदिग्धों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज कर दंगाईयों की संपत्ति पर बुल्डोजर चलाकर जब्त करने की कार्रवाई भी की जायेगी। वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस ने 25 अन्य की पहचान कर ली है। सभी संदिग्धों की पहचान के लिये सैकड़ों मोबाइल फोन नंबर सर्विलांस पर लिये गये हैं।
कल देर रात मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा कर कानपुर की घटना में बिना कोई रियायत किये कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने इस घटना की पुलिस आयुक्त से जानकारी लेकर दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिये।