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सपा ने लोकसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम का किया ऐलान

लखनऊ,  उत्तर प्रदेश में दो लोक सभा सीटों के लिये हो रहे उपचुनाव के लिये समाजवादी पार्टी (सपा) ने सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन आजमगढ़ सीट पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेन्द्र यादव को और रामपुर संसदीय क्षेत्र से मोहम्मद आसिम रजा का नामांकन कराया है।

उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की ओर से जारी उम्मीदवारों की सूची में धर्मेन्द्र यादव का नाम आजमगढ़ से और रजा का नाम रामपुर सीट से सपा उम्मीदवार के रूप में शामिल है। गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में आजमगढ़ से सांसद चुने गये सपा अध्यक्ष अखिलेश और रामपुर सीट पर आजम खान के इस्तीफे के कारण इन दोनों सीट पर उपचुव के लिये 23 जून को मतदान होगा और 26 जून को मतगणना होगी।

अखिलेश और आजम ने हाल ही में उप्र विधान सभा के सदस्य चुने जाने के बाद लोक सभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। आयोग की ओर से जारी उम्मीदवारों की सूची के अनुसार सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन दोनों सीट पर आठ आठ उम्मीदवारों ने नामांकन किया है।

इस प्रकार आजमगढ़ सीट पर धर्मेन्द्र का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिनेश कुमार ‘निरहुआ’ से और रामपुर सीट पर भाजपा के घनश्याम लोधी का मुकाबला सपा के आसिम रजा से होगा। आसिम रजा, आजम खान के करीबी माने जाते हैं। वहीं आजमगढ़ सीट पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने पूर्व विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को उम्मीदवार बनाकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। इसके अलावा आजमगढ़ के उम्मीदवारों की सूची में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में रमाकांत यादव नाम के किसी व्यक्ति ने भी पर्चा भरा है।

आयोग के अनुसार नामांकन की समय सीमा समाप्त होने के बाद आजमगढ़ सीट पर कुल 15 लोगों ने नामांकन किया है। वहीं, रामपुर सीट पर कुल नौ लोगों ने उम्मीदवारी के लिये दावेदारी पेश की है। चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक नामांकन पत्रों की जांच 07 जून को और नाम वापसी की अंतिम तिथि 09 जून है।

गौरतलब है कि सपा के लिये उपचुनाव वाली दोनों सीट जीतना प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। भाजपा ने भी इन सीटों पर सपा को घेरने की पूरी कोशिश की है। रामपुर सीट पर आजम के करीबी रहे और अब भाजपा में शामिल हो चुके घनश्याम लाेधी को उम्मीदवार बना कर पार्टी ने सपा के भितरघात का लाभ उठाने की कोशिश की है। इससे पहले भाजपा की ओर से इस सीट पर उपचुनाव में केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को उम्मीदवार बनाने की चर्चा जोरों पर थी।

इसके अलावा सपा के गढ़ आजमगढ़ में बसपा के उम्मीदवार गुड्डू जमाली ने मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश की है। यह स्थिति भाजपा के लिये राहत देने वाली है तो सपा के लिये मुश्किलें खड़ी कर सकती है। पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा ने निरहुआ को ही उतारा था लेकिन उन्हें अखिलेश से पराजय का सामना करना पड़ा।

आजमगढ़ सीट पर उपचुनाव में सपा ने पहले सुशील कुमार आनंद उर्फ पप्पू को उम्मीदवार बनाया था। उन्होंने रविवार को अखिलेश को पत्र लिखकर यह कहते हुए चुनाव लड़ने से मना कर दिया कि उनका नाम दो जगह मतदाता सूची में शामिल है, ऐसे में कानूनन उनका नामांकन निरस्त हो सकता है।