इटावा, मौसम विभाग यूं तो अगले 72 घंटों में उत्तर प्रदेश में वर्षा होने के संकेत दे चुका है मगर पिछले कुछ दिनो से बरस रही आग और लू के थपेड़ों के बीच राज्य पक्षी का दर्जा पाए सारस चंबल के बीहड़ों में बूंद बूंद पानी का मोहताज बना हुआ है।
इटावा राज्य का ऐसा जिला है जिसमें खासी तादाद में सारस पक्षी पाए जाते है। भीषण गर्मी में सारस पक्षी पानी की तलाश में झुंड की शक्ल में इधर उधर भटकते हुए देखे जा रहे है लेकिन सारस पक्षी की प्यास नही बुझ पा रही है।
भरथना तहसील में ध्यानपुरा मार्ग पर राह चलते कोई भी इस बात को बखूबी देख सकता है कि बड़ी तादात में सारस के पक्षी पानी की तलाश में भटक रहे है।
सारस को पानी की तलाश में भटकते हुए देखने वाले प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण बताते हैं कि चंद्रपुरा से नगरिया सरावा मार्ग पर ध्यान पुरा गांव के पास खेतों में पानी की तलाश में बड़ी तादाद में सारस पक्षी भटकते हुए देखे जा रहे हैं। इन सारस पक्षियों के साथ में छोटे-छोटे सारस के बच्चे भी नजर आ रहे हैं । छोटे-छोटे सारस के बच्चों की संख्या अगर सही मायने में गिनी जाए तो एक दर्जन के आसपास भी हो सकती है।
स्थानीय लोग ऐसा बताते हैं कि करीब तीन किलोमीटर के दायरे में सारस के पक्षियों को गेहू काट कर छोड़ कर डाले गए खाली खेतो में देखा जा सकता है। स्थानीय लोग ऐसा बताकर के चलते हैं कि सारस के जो झुंड देखे जा रहे हैं उनमें कहीं सौ के आसपास संख्या देखी जा रही है तो कहीं 50 की संख्या देखी जा रही है तो कहीं 25 की संख्या देखी और समझी जा रही है। यह संख्या पूरी मानी जाए तो यह संख्या तीन सौ से लेकर के 500 के आसपास भी हो सकती है।
जिला वन अधिकारी अतुल कांत शुक्ला का कहना है कि पांच नदियों के संगम वाले इटावा जिले में पानी की वैसे तो कोई कमी नहीं है लेकिन जिस ढंग से इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है तो जाहिर है कहीं ना कहीं पशु पक्षियों को मुश्किलो का सामना करना पड़ रहा है लेकिन कहीं से ऐसा नहीं है कि किसी सारस को पानी मुहैया ना हो रहा हो।