मुम्बई, नंबवर 2019 में बीसीसीआई अध्यक्ष पद संभालने के बाद सौरव गांगुली का घरेलू क्रिकेटरों को केंद्रीय अनुबंध देने का किया हुआ वादा मुंबई के क्रिकेटरों के लिए पूरा हो सकता है। 2021-22 के घरेलू सीज़न के बाद मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के अध्यक्ष विजय पाटिल का मुंबई के घरेलू खिलाड़ियों को अनुबंध देने का प्रस्ताव संघ की एपेक्स कॉउंसिल की बैठक में मंज़ूर किया गया है। हालांकि अभी इसे अगस्त में होने वाली वार्षिक जनरल बैठेक में मंज़ूरी का इंतज़ार है।
बीसीसीआई के सिस्टम की तरह सीनियर पुरुष और महिला खिलाड़ियों के लिए वार्षिक अनुबंधों का प्रस्ताव रखा गया है। फ़िलहाल अनुबंधों की संख्या पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है लेकिन माना जा रहा है कि बीसीसीआई का अनुबंध प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को इस सूची में शामिल नहीं किया जाएगा ताकि ज़्यादा से ज़्यादा घरेलू खिलाड़ियों को अनुबंध दिया जा सके।
एमसीए के अध्यक्ष पाटिल ने कहा, “इस साल मुंबई ने घरेलू क्रिकेट में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और हम अपने घरेलू खिलाड़ियों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना चाहते थे। साथ ही हमारा उद्देश्य हमारे मौजूदा प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को टीम के साथ बरक़रार रखने का था। मुझे लगता है कि यह कॉन्ट्रैक्ट हमें युवा खिलाड़ियों में निवेश करने का अवसर देंगे।”
पाटिल ने आगे एपेक्स काउंसिल का आभार व्यक्त किया जिन्होंने सर्व सहमति से इस प्रस्ताव को मंज़ूरी दी। उन्होंने कहा, “मुझे ख़ुशी है कि एपेक्स काउंसिल ने हमारे प्रस्ताव को हरी झंडी दिखाई है। सभी टूर्नामेंटों में मुंबई के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए हर कोई चाहता था कि अनुबंध दिए जाए। यह खिलाड़ियों के प्रति संघ का कर्तव्य है।”
जतिन परांजपे, निलेश कुलकर्णी और विनोद कांबली की एमसीए की क्रिकेट विकास समिति अनुंबधों पर काम करेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि सितंबर में शुरू हो रहे 2022-23 सीज़न से पहले अनुबंध दिए जाएंगे। इस विषय पर पाटिल ने कहा, “क्रिकेट विकास समिति अनुबंधों की श्रेणी, योग्यता के मापदंड, चुने जाने वाले खिलाड़ियों की संख्या जैसी सारी चीज़ों पर काम करेगी जिसके बाद अंतिम फ़ैसला लिया जाएगा। इस फ़ैसले के बाद कुछ ही समय में हम अनुबंधों का वितरण शुरू करेंगे।”