जयपुर, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत किसी पर हमला नहीं करता लेकिन कोई हमला करेगा तो उसका उत्तर जरूर देगा और फिर गोलियां नहीं गिनेगा। वह गुलाम कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद शनिवार को सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने पाकिस्तान की सीमा से सटे बाड़मेर स्थित बीएसएफ की अंतिम चौकी मुनाबाव और शाहगढ़ बल्ज पहुंचे थे।
इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार सीमा पर फ्लड लाइट लगाने और तार फेंसिंग के समानांतर सड़क बनाने सहित अधोसंरचना के विकास के लिए सब कुछ करेगी। हमारी विरासत वसुधैव कुटुंबकम की है। हमें किसी की जमीन नहीं चाहिए। उन्होंने बहुत कम तापमान और रेगिस्तान की कठिन परिस्थितियों में सीमा की रक्षा करने के लिए बीएसएफ के जवानों की प्रशंसा की। गृहमंत्री ने सैनिकों से रू बरू होने के साथ ही बीएसएफ के आला अधिकारियों के साथ बैठक भी की। सैंड स्कूटर पर सवार होकर उन्होंने शिफ्टिंग ड्यून्स क्षेत्र की सुरक्षा का जायजा भी लिया। बीएसएफ अधिकारियों ने उन्हें इस क्षेत्र में शिफ्ट होने वाले रेतीले टीलों के कारण तारबंदी के हवा में लटक जाने की समस्या से अवगत कराया।
राजनाथ ने कहा कि हमारे जवान इतनी विषम परिस्थितियों में देश की सीमा की रक्षा कर रहे हैं, हम उनके जज्बे को सलाम करते हैं। यह है नया एक्शन प्लान 1- सीमा की निगरानी के लिए जवानों को अपग्रेड करने के साथ ही अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा। 2- तारबंदी में करंट छोड़ने और लेजर फेंसिंग का इस्तेमाल पायलट प्रोजेक्ट के रू प में आगे बढ़ेगा-यूएवी से सीमा की निगरानी बढ़ाई जाएगी। 3- शिफ्टिंग सैंड ड्यून्स की समस्या के स्थायी हल के लिए विशेषज्ञों की लेंगे मदद-सीमा से सटे राज्यों के सुझावों को लेकर तैयार होगी नई पॉलिसी।