मुंबई, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने एक महत्वपूर्ण राजनीतिक फैसले में राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने की मंगलवार को घोषणा की।
उद्धव ठाकरे ने यहां शिवसेना भवन में एक विशेष संवाददाता सम्मेलन में यह एलान किया कि यह उनका स्वयं का फैसला
है। पूर्व मुख्यमंत्री ने इसके लिए उन पर पार्टी के सांसदों के दबाव संबंधी खबरों का खंडन करते हुए कहा, “ मैं स्पष्ट रूप से कह रहा हूं कि सोमवार को सांसदों की बैठक में कोई दबाव नहीं बनाया गया, यह मेरा फैसला है। आदिवासी क्षेत्र के शिव सैनिकों ने हमसे आग्रह किया था कि यदि मैं राष्ट्रपति बनाने के लिए किसी आदिवासी का समर्थन करुंगा तो उन्हें खुशी होगी। उनकी भावना का आदर करते हुए हमारी पार्टी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का एलान करती है।”
उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का जिक्र करते हुए कहा,“ प्रतिभा पाटिल को राष्ट्रपति पद के लिए जब उम्मीदवार बनाया गया था तो शिवसेना ने उनका समर्थन किया था। ”
इससे पहले कल श्री ठाकरे ने पार्टी के सांसदों के साथ अपने निवास मातोश्री पर बैठक की थी जिसमें 19 सांसद शामिल हुए थे। बैठक के बाद मीडिया में रिपोर्ट आयीं थी कि कम से कम 12 सांसदों ने पार्टी नेतृत्व में राष्ट्रपति चुनाव में राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने की जोरदार सिफारिश की थी। इन रिपोर्टों में यह भी कहा गया था कि शिवसेना के कुछ सांसदों ने उद्धव ठाकरे को यह समझाने का प्रयास किया था कि इस तरह के फैसले से भारतीय जनता पार्टी के साथ पुन: संवाद की संभावना बन सकती है।