नयी दिल्ली, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय-ईडी के समक्ष पेशी के विरोध में कांग्रेसी सांसदों तथा नेताओं ने बुधवार को भी यहां प्रदर्शन किया जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि पार्टी के सांसद और नेता शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिस उन्हें बसों में बिठाकर कहां ले गई है इसकी जानकारी किसी को नहीं है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस कार्रवाई का विरोध करते हुए सवाल किया,“ सिलेंडर 1053 रुपए का क्यों। दही-अनाज पर जीएसटी क्यों?सरसों का तेल 200 रुपए क्यों। महंगाई और बेरोज़गारी पर सवाल पूछने के अपराध में ‘राजा’ ने 57 संसदों को गिरफ़्तार और 23 संसदों को निलंबित किया। राजा को लोकतंत्र के मंदिर में सवाल से डर लगता है, पर तानाशाहों से लड़ना हमें बख़ूबी आता है।”
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार प्रतिशोध की राजनीति का खुलेआम प्रदर्शन कर रही है और अधिकारों की बात करने तथा सरकार की नीति पर सवाल उठाने वालों की आवाज दबाने का काम कर रही है।
श्री रमेश ने प्रदर्शकारी सांसदों को हिरासत में लेने की जानकारी देते हुए कहा, “तीसरे दिन, विजय चौक पर कानून का पालन करते हुए और शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस सांसदों को भगवान जाने (और प्रधानमंत्री, गृह मंत्री जाने) कहां ले जाया जा रहा है। ऐसा करके भारत में लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है।”