नैनीताल, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी(उपपा) ने पार्टी का पहला विस्तार करते हुए 11 केंद्रीय पदाधिकारियों समेत केंद्रीय कार्यकारिणी में 42 लोगों को शामिल किया है।
उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी एवं प्रधान महासचिव प्रभात ध्यानी ने एक विज्ञप्ति में बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेता कुलदीप मधवाल (देहरादून), हरिद्वार के जेपी बड़ौनी के साथ पार्टी की सक्रिय नेत्री अल्मोड़ा की श्रीमती आनंदी वर्मा को केंद्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है जबकि पार्टी के केंद्रीय महासचिव के पद पर पौड़ी के नरेश नौड़ियाल, अल्मोड़ा के एडवोकेट नारायण राम एवं नैनीताल के दिनेश उपाध्याय को जिम्मेदारी दी गई है।
केंद्रीय कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी पेशे से इंजीनियर व शिक्षाविद् विनोद जोशी को दी गई है। इसके साथ ही पार्टी ने चार केंद्रीय सचिवों की नियुक्ति भी की है जिनमें रुद्रप्रयाग के विक्रम सिंह फर्सवाण, रामगढ़ (नैनीताल) से गोपाल लोधियाल, कोटद्वार पौड़ी गढ़वाल से भूपाल सिंह रावत, अल्मोड़ा से अमीर्नुहमान एवं ट्रेड यूनियन कर्मचारी संगठनों में सक्रिय हल्द्वानी के दीवान सिंह खनी को जिम्मेदारी सौंपी है।
इसके साथ केंद्रीय कार्यकारिणी में पार्टी के वरिष्ठ नेता योधराज त्यागी (देहरादून), मनमोहन अग्रवाल (रामनगर), महेश फुलारा (द्वाराहाट), जसवंत सिंह, बी डी असनोड़ा (गैरसैंण), गीता सिंह (दिनेशपुर), भूपाल धपोला (हल्द्वानी), श्रीमती नंदी नैनवाल (भतरौजखान), विशन दत्त सनवाल (हल्द्वानी), हेम पांडे (पाटिया अल्मोड़ा), कौस्तुभानंद भट्ट (जागेश्वर), ज्ञानवीर त्यागी, किरन आर्या (सोमेश्वर), गौतम भट्ट (उत्तरकाशी), देवेंद्र धामी (मुनस्यारी, पिथौरागढ़), राजू गिरी (अल्मोड़ा), एडवोकेट रंजना सिंह (बागेश्वर), रतन सिंह किरमोलिया (बागेश्वर), गोविंद सिंह (थराली चमोली), किरन आर्या (रामनगर), चिंताराम (रामनगर), गिरधारी कांडपाल (कठपुड़िया अल्मोड़ा), जगदीश ममगई (देहरादून), जमन सिंह मनराल (चौखुटिया), प्रकाश चंद्र (चितई), भगवती तिवारी (द्वाराहाट), गोपाल राम (अल्मोड़ा), प्रकाश जोशी (द्वाराहाट), अनिल कार्की (मुआनी पिथौरागढ़), पृथ्वीपाल (पनुवाद्योखन) को शामिल किया गया है।
श्री तिवारी ने कहा कि जल्द ही केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर उत्तराखंड में राजनैतिक बदलाव की मुहिम को तेज़ किया जाएगा और पार्टी के सामाजिक ढांचे को व्यवस्थित व सुदृढ़ किया जाएगा। पार्टी उत्तराखंड की जनता के सपनों को साकार करने के लिए आने वाले समय में आंदोलनों की धार को और तेज करेगी।