भोपाल, जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर मध्यप्रदेश के दो दिवसीय प्रवास पर राजधानी भोपाल आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज यहां विकास की दृष्टि से बेहद अहम दो परियोजनाओं का वर्चुअली शिलान्यास किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राजभवन में आयोजित एक समारोह में वर्चुअल माध्यम से भारतमाला परियोजना के तहत 417 करोड़ रुपए की लागत वाले रातापानी-औबेदुल्लागंज- इटारसी फोरलेन राजमार्ग और रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना (डीआरडीई) ग्वालियर की लगभग 300 करोड़ रुपए की लागत वाली उच्चतम सूक्ष्मजैविक प्रयोगशाला का शिलान्यास किया। ये दोनों परियोजनाएं क्रमश: सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय से जुड़ी हैं।
शिलान्यास के बाद अपने संबोधन में श्रीमती मुर्मू ने कहा कि वे राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार मध्यप्रदेश आई हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति की विकास यात्रा में मध्यप्रदेश का बेहद अहम योगदान है। पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा, संविधान निर्माता डॉ बीआर अंबेडकर और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जैसी विभूतियों ने यहीं जन्म लिया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मध्यप्रदेश प्राकृतिक संपदा और सांस्कृतिक विरासत के क्षेत्र में बहुत समृद्ध है। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि यहां श्री महाकालेश्वर और ओमकारेश्वर जैसे धार्मिक स्थल होने के साथ अमकंटक और चित्रकूट जैसे आध्यात्मिक केंद्र भी हैं। भीमबैठका, सांची और खजुराहो जैसे ऐतिहासिक स्थल भी राज्य की धरोहर हैं।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश द्वारा किए गए कार्यों को देखते हुए ये स्पष्ट है कि प्रदेश ने स्वच्छता की संस्कृति को मजबूत बनाया है। उन्होंने राज्य के विकास में महिलाओं के योगदान को भी रेखांकित किया।
इसके पहले राजभवन में आयोजित इस समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम और कई अन्य गणमान्य नागरिकों ने राष्ट्रपति का सम्मान किया।