लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अगले साल 10-12 फरवरी को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले योगी सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों के विदेश दौरों को आशातीत सफलता मिल रही है। सरकार का दावा है कि नीदरलैंड्स और अमेरिका से मिले निवेश के तमाम प्रस्ताव उत्साह बढ़ाने वाले रहे हैं।
इन प्रस्तावों में मैन्युफैक्चरिंग सुविधाओं की यूनिट से लेकर वेस्ट टू एनर्जी यूनिट्स, वेलनेस सेंटर, इको टूरिज्म रिसॉर्ट, आईटी सेंटर, मल्टी स्पोर्ट्स सेंटर समेत कई बड़ी यूनिट्स की स्थापना के लिए टीम योगी के साथ करार किए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए प्रदेश में 10 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है और उम्मीद की जा रही है कि विदेशों से बड़ी मात्रा में निवेश के जो प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं उसके बाद ये लक्ष्य शत प्रतिशत पूर्ण हो जाएगा।
अधिकृत सूत्रों ने शनिवार को बताया कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिनिधिमंडल को नीदरलैंड्स में निवेश के कई प्रस्ताव प्राप्त हुए। टेरावोर्क्स एंड टीमाबी ने 800 करोड़ रुपए के निवेश के इंटेंट पर हस्ताक्षर किए। इसके जरिए वह उत्तर प्रदेश में जियोक्रीट एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग सुविधाएं शुरू करेगी। जियोक्रेट सीमेंट के साथ एक मिश्रित योजक है जो सफेद रंग का होता है। इसी तरह, मुजफ्फरनगर और गाजियाबाद में वेस्ट टू एनर्जी यूनिट्स लगाने के लिए जीसी-बीवी ने 150 मिलियन यूरो (करीब 132 करोड़) के दो निवेश इंटेंट पर साइन किए।
इसके अलावा वॉल्यूसेंट ग्रुप ने भी मथुरा में वेलनेस सेंटर, इको टूरिज्म रिसॉर्ट और आईटी सेंटर के लिए 100 करोड़ के निवेश का इंटेंट साइन किया। वहीं, स्पोर्ट्स नेटवर्किंग साइंस ने 600 करोड़ रुपए का निवेश इंटेंट फाइल किया। इस निवेश के जरिए उत्तर प्रदेश में मल्टी स्पोर्ट्स सेंटर स्थापित किया जाएगा। वहीं, पिकेल बीवी ने 450 करोड़ रुपए के निवेश का इंटेंट फाइल किया है, जिससे वह उत्तर प्रदेश में 5 बायोलॉजिकल वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स और बायोगैस ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करेगा।