इटावा, मशहूर बाक्सर मैंगते चंग्नेइजैंग मैरी कॉम ने युवाओं को सलाह देते हुये कहा कि जीवन में अनुशासन और जीतने की भूख आपको किसी भी क्षेत्र में चैंपियन बना सकती है।
दिल्ली पब्लिक स्कूल के दो दिवसीय सालाना स्पोर्ट्स डे समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने आईं मैरी कॉम ने रविवार को बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, “ हमारे स्कूल में भी स्पोर्ट होता था लेकिन तब कोई सुविधाएं नहीं थी। कोच नहीं थे। आप सभी बच्चे सौभाग्यशाली है कि आपके पास सब कुछ है। अभिभावकों से यही कहना चाहूंगी कि अपने बच्चों को खेलने दो। ”
उन्होंने भावुक होते हुये कहा, “ मैं नहीं पढ़ सकी क्योंकि मैं एक गरीब किसान की बेटी थी। मेरे पास पढ़ाई के लिए पैसे नहीं थे और बस एक जोड़ी ही बॉक्सिंग ग्लव्स और ट्रैक सूट था लेकिन मैंने कभी हारी नही और जीवन में खेल को ही अपना भगवान बना लिया और आज जो भी हूं आपके सामने हूं। मैं दुआ करती हूं कि इस स्कूल के बच्चे भी आगे चलकर देश के लिए मेडल लेकर आएं। ”
चालीस वर्षीय बॉक्सर आज एक अलग ही अंदाज में नजर आईं। स्पोर्ट्स डे मंच पर ही वह जम कर डांस करने लगी। संबोधन के बाद मंच से उतरकर विद्यालय के कई बच्चों से हाथ मिला कर मुलाकात की और अभिभावकों का अभिवादन भी स्वीकार किया। साथ ही कई बच्चों को जैकेट और कॉपी पर ऑटोग्राफ भी दिया। स्कूली बच्चे अंतराष्ट्रीय बॉक्सर को खुद के बीच देखकर बेहद खुश हुए। मेरीकॉम ने प्ले ग्राउंड में जाकर बच्चों के साथ विजयी मुद्रा में फोटो खिंचवाई।
डीपीएस के चैयरमैन डॉ विवेक यादव ने कहा कि मैरीकॉम आत्मविश्वास और ऊर्जा से भरी एक बेहतरीन मां का नाम है। यह उनका आत्मविश्वास और जुनून ही है कि दो बच्चों की मां होने के बाद भी वे छह बार विश्व चैंपियन रह चुकी हैं जो कि पूरी दुनियां के लिए संघर्ष और सफलता की एक प्रेरणा है।