लखनऊ, समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य विवादों में घिरे हुए हैं. सपा नेता की बयानबाजी लगातार जारी है. रामचरितमानस पर विवादित बयान देने के बाद उन्होंने संतों, महंतों और धर्माचार्यों के बयानों पर पलटवार किया.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, “धर्म की दुहाई देकर आदिवासियों, दलितों-पिछड़ों व महिलाओं को अपमानित किए जाने की साजिश का विरोध करता रहूँगा, जिस तरह कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलती उसी प्रकार इनको सम्मान दिलाने तक मैं भी अपनी बात नहीं बदलूंगा.”
धर्म की दुहाई देकर आदिवासियों, दलितों-पिछड़ों व महिलाओं को अपमानित किए जाने की साजिश का विरोध करता रहूँगा, जिस तरह कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलती उसी प्रकार इनको सम्मान दिलाने तक मैं भी अपनी बात नहीं बदलूंगा।
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) January 29, 2023
इससे पहले सपा ने कहा था, “देश की महिलाओं, आदिवासियों, दलितों एवं पिछड़ों के सम्मान की बात क्या कर दी, मानो भूचाल आ गया. एक-एक करके संतो, महंतों, धर्माचार्यों का असली चेहरा बाहर आने लगा. सिर, नाक, कान काटने पर उतर आये. कहावत सही है कि मुंह में राम बगल में छुरी. धर्म की चादर में छिपे, भेड़ियों से बनाओ दूरी.”