इटावा, चंबल की सुरम्य घाटी में बसे इटावा लायन सफारी में शेरों का कुनबा बढ़ाने में अहम भूमिका निभाने वाली शेरनी ‘जेसिका’ ने नौंवे शावक को जन्म दिया है।
पार्क के निदेशक शेषमणि मिश्रा ने बुधवार को यूनीवार्ता को बताया कि ‘जेसिका’ ने मंगलवार देर शाम एक शावक को जन्म दिया है। शावक पूरी तरह से स्वस्थ है, फिर भी डॉक्टर और सफारी प्रबंधन शावक और उसकी मां पर निगाह रखे हुए है। सफारी पार्क जितने भी शावक है, वे सभी शेरनी जेसिका और उसकी बेटी जेनिफर है। इनमें से नौ शावक जेसिका और दो उसकी बेटी जेनिफर के है।
सफारी पशु चिकित्सक डॉ. रॉबिन ने बताया कि जेसिका और बब्बर शेर कान्हा की तीन माह पहले मीटिंग कराई गई थी। पिछले माह पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) में जांच के लिए जेसिका का सेंपल भेजा गया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसकी निगरानी बढ़ा दी गई थी।
गौरतलब है कि इटावा सफारी पार्क में बब्बर शेर मनन की पिछले साल 13 जून को स्किन कैंसर से मौत हो गई थी। शेर मनन और जेसिका से सफारी में सबसे पहले अक्टूबर 2016 में सुल्तान और सिम्बा पैदा हुए। इसके बाद मनन और जेसिका की मीटिंग से जनवरी 2018 में बब्बर शेर बाहुबली पैदा हुआ। जून 2019 में एक बार फिर से शेर भारत, शेरनी रूपा और सोना पैदा हुई। दिसंबर 2020 में शेरनी गार्गी और नीरजा पैदा हुई, जबकि अप्रैल 2020 में मनन और शेरनी जेनिफर से बब्बर शेर केसरी पैदा हुआ। जेनिफर और कान्हा की मीटिंग के बाद 2022 अगस्त में जेनिफर ने एक शावक को जन्म दिया है।
शिंबा,सुल्तान और बाहुबली इस समय लायन सफारी की रौनक बने हुए है। वैसे इससे पहले जुलाई और अगस्त 2015 में शेरनी हीर और ग्रीष्मा ने पांच शावकों को जन्म दिया था। इनमें से दो की मौत तो जन्म के साथ ही हो गई जबकि कुछ दिनों बाद शेष तीन शावको की भी मौत हो गई। हीर और ग्रीष्मा के शावको की मौत के बाद लायन सफारी के ब्रीडिंग सेंटर पर सवाल उठने लगे थे। शेरनी का गर्भकाल 105 दिन का होता है।
इटावा सफारी समाजवादी पार्टी (सपा) संस्थापक मुलायम सिंह यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है जिसे उनके बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने साल 2012 समाजवादी सरकार में शुरू कराया था। आज इटावा सफारी पार्क देश दुनिया के पर्यटकों के लिए महत्वपूर्ण केंद्रों में से एक माना जा रहा है।