लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को यहां ग्लोबल वीजा एप्लिकेशन सेंटर का शुभारंभ किया जिसके बाद सुदूर देश के वीजा आवेदन किये जाने में सहूलियत होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर वीएफएस ग्लोबल वीजा एप्लिकेशन सेंटर का उद्धाटन किया। इसी के साथ यहां से ऑस्ट्रिया, चेक गणराज्य, पुर्तगाल, स्विजरलैंड, नीदरलैंड, क्रोएशिया, इटली, सऊदी अरब, हंगरी, जर्मनी सहित कई देशों के वीजा एप्लिकेशन स्वीकार होने शुरू हो जाएंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस सेंटर के शुरू होने से विभिन्न देशों के लिए वीजा आवेदन करने की एक सरल प्रक्रिया प्रदेशवासियों को मिलने लगेगी। आज के समय में हम तकनीक का उपयोग करके ईज ऑफ डूइंग बिजनेस ही नहीं बल्कि ईज ऑफ लिविंग के लक्ष्य को थोड़े ही प्रयास से प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले नौ वर्षों के दौरान देश के अंदर व्यापक बदलाव लाने का जो कार्य किया है आज उसके परिणाम हम सबके सामने हैं। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीजा और पासपोर्ट को लेकर खासतौर पर एक काॅमनमैन को इमरजेंसी के समय उसे जो परेशानियां होती थी उन सब से मुक्ति दिलायी है। पिछले पांच-छह वर्षों के दौरान बहुत सारे ऐसे ऑपरेशन चलाए गए जिसमें किसी आपदा समेत अन्य परिस्थितियों में विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वापस लाया गया, जिसकी वैश्विक मंच पर काफी सराहना भी हुई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की कंपनियां संकट काल में भरोसेमंद सहयोगी के रूप में सामने आयी हैं। हाल ही में युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे भारतीय बच्चों को वापस लाने के लिए जो ऑपरेशन चले, उसमें इस प्रकार की आउटसोर्सिंग कंपनियों की बहुत बड़ी भूमिका होती है। इस केन्द्र से शुरुआत में ऑस्ट्रिया, नीदरलैण्ड्स, चेक रिपब्लिक, स्विट्जरलैण्ड, एस्टोनिया, हंगरी, पुर्तगाल, जर्मनी, इटली तथा सऊदी अरब की यात्रा करने के सम्बन्ध में सेवाएं प्रदान की जाएंगी। यह केन्द्र प्रतिवर्ष एक लाख 20 हजार से अधिक वीजा आवेदनों का निस्तारण करने की क्षमता रखता है।