नागपुर, आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले हरफनमौला रवींद्र जडेजा को भारत के टेस्ट के दौरान आईसीसी आचार संहिता के लेवल एक के उल्लंघन का दोषी मानते हुये मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है।
दरअसल, टेस्ट मैच के पहले दिन गुरूवार को ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 46वें ओवर में जडेजा को अपनी तर्जनी उंगली पर क्रीम लगाते हुए पाया गया था। वीडियो फुटेज में बाएं हाथ के स्पिनर ने मोहम्मद सिराज की हथेली से कोई पदार्थ लिया और इसे अपने बाएं हाथ की तर्जनी पर रगड़ लिया।
इस बारे में हालांकि भारतीय टीम प्रबंधन ने सफाई दी थी कि जडेजा हाथ की तर्जनी पर सूजन से राहत पाने के लिये क्रीम लगा रहे थे मगर यह कृत्य ऑन-फील्ड अंपायरों से अनुमति मांगे बिना किया गया था। जडेजा ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया था जिसके बाद मैच रेफरी को औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता महसूस नहीं हुयी।
जडेजा को खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहयोगी कर्मियों के लिए आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.20 का उल्लंघन करते पाया गया, जो खेल भावना के विपरीत आचरण प्रदर्शित करने से संबंधित है। इसके अलावा जडेजा के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है। 24 महीने की अवधि में यह उनका पहला अपराध था।
मैच रेफरी इस बात से संतुष्ट थे कि क्रीम पूरी तरह से चिकित्सा उद्देश्यों के लिए उंगली पर लगाई गई थी। क्रीम को गेंद पर कृत्रिम पदार्थ के रूप में नहीं लगाया गया था और इसके परिणामस्वरूप, इसने गेंद की स्थिति में बदलाव नहीं किया, जो आईसीसी खेल की शर्तों का उल्लंघन होता। मैदानी अंपायर नितिन मेनन और रिचर्ड इलिंगवर्थ, तीसरे अंपायर माइकल गफ और चौथे अंपायर केएन अनंतपद्मनाभन ने जडेजा पर यह आरोप लगाया था।
गौरतलब है कि लेवल 1 के उल्लंघन पर कम से कम आधिकारिक फटकार, खिलाड़ी की मैच फीस का अधिकतम 50 फीसदी जुर्माना और एक या दो डिमेरिट अंक का प्रावधान है।