प्रयागराज, गंगा स्वच्छता और जल जीवन मिशन में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर शुक्रवार को कड़ी कार्रवाई की गयी। विभागीय कार्यों की समीक्षा करने प्रयागराज पहुँचे प्रमुख सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग अनुराग श्रीवास्तव ने जल निगम के तीन अधिशासी अभियंताओं को तत्काल हटाने के आदेश जारी किए, जबकि फतेहपुर के एकाउंटेंट को निलंबित कर दिया।
योजनाओं की सघन समीक्षा के दौरान प्रमुख सचिव ने प्रयागराज और प्रतापगढ़ के अधिकारियों और कार्यदायी संस्थाओं पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए 15 दिन में कार्य में सुधार की चेतावनी दी है। उन्होने कहा कि गंगा में प्रदूषण का खेल करने वालों को बक्शा नहीं जाएगा। प्रयागराज महाकुंभ से पहले गंगा में एक भी नाला गिरा तो अधिकारियों के विरूद्ध नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग कड़ी कार्रवाई करेगा।
अनुराग श्रीवास्तव ने गंगा स्वच्छता और जल जीवन मिशन में लापरवाही बरतने वाले फतेहपुर और कौशाम्बी के अधिशासी अभियंताओं को तत्काल हटाने के निर्देश दिये। बिलिंग में लापरवाही पर फतेहपुर के एकाउंटेंट को भी तत्काल निलंबित किए जाने के आदेश दिए है। उनके खिलाफ अग्रिम कार्रवाई के भी निर्देश दिये। उन्होंने प्रयागराज और प्रतापगढ़ में कार्यदायी एजेंसी और अधिशासी अभियंता के विरूद्ध भी कड़ी नाराजगी व्यक्त की। काम सुधार कर रिपोर्ट पेश करने को कहा। आगरा के अधिशासी अभियंता को कौशाम्बी की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
गंगा स्वच्छता और जल जीवन मिशन की प्रगति की समीक्षा के दौरान प्रमुख सचिव ने जल जीवन मिशन में धीमा काम कर रहीं एजेंसियों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अधिकारी 15 दिनों में अपना काम सुधार लें, नहीं तो उनपर कार्रवाई करने में बिलकुल देर नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार नदियों के मुद्दे पर बहुत सजग है। ऐसे में सभी अधिकारियों का दायित्व बनता है कि पूरी निष्ठा के साथ सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य को सम्पन्न कराएं। सरकार महाकुंभ 2025 की तैयारियों को रफ्तार देने में जुटी है। गंगा को अविरल, निर्मल करने के लिए नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अफसर फील्ड पर उतरे हैं।